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यूपी को अराजकता की आग में झोंक रहे अखिलेश यादव : शलभ मणि

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर प्रदेश को अराजकता की आग में झोंकने की कोशिश का आरोप लगाया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 10:34 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 09:56 AM (IST)
यूपी को अराजकता की आग में झोंक रहे अखिलेश यादव : शलभ मणि

गोरखपुर, जेएनएन। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर प्रदेश को अराजकता की आग में झोंकने की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 16 जगहों पर सपा कार्यकर्ताओं ने हिंसा फैलाने की कोशिश की है। उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि कि प्रयागराज के कुंभ मेले की ऐतिहासिक सफलता से सपा अध्यक्ष हताश हैं।

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आंदोलन की आड़ में पूरे प्रदेश खासतौर पर प्रयागराज को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश की है। प्रशासन ने सूझ-बूझ से उसे नाकाम कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री की शह पर सपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर अराजकता का नंगा नाच किया। यही नहीं, आम लोगों व प्रशासनिक अफसरों के साथ भी अभद्रता की। सपा कार्यकर्ताओं ने एक महिला पत्रकार से भी बदसलूकी की। इन घटनाओं के लिए सीधे तौर पर वह जिम्मेदार हैं। पूर्व सीएम ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन के मना करने के बावजूद प्रयागराज पहुंचने का दबाव बनाया। सपा अराजकता के लिए जानी जाती है।

नियमों को तहत अखिलेश को रोका

पूर्ववर्ती बसपा सरकार में भी सपा कार्यकर्ताओं ने ऐसी ही अराजकता फैलाई थी। तत्कालीन सीएम मायावती की होर्डिंग व स्कूल बस को जलाने की कोशिश की थी। सपा का यह कृत्य निंदनीय है। कहा कि वर्ष 2015 में जिन नियमों के तहत विश्वविद्यालय ने सीएम योगी आदित्यनाथ को कार्यक्रम में जाने से रोक दिया गया था, उन्हीं नियमों के तहत अखिलेश यादव को भी अनुमति नहीं दी। पूर्व सीएम अखिलेश का झूठ भी सामने आया है। विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का शपथ ग्रहण कार्यक्रम छह अक्टूबर 2018 को ही हो चुका है।

माहौल बिगाड़ने की कोशिश

यही नहीं एक छात्र के निधन के चलते छात्र शोकाकुल थे और विश्वविधालय में किसी भी तरह के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे। इसी मुद्दे पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के चलते पिछले दिनों कैंपस में छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह पर बमों से हमला भी हुआ था। इन्ही विरोध प्रदर्शनों और घटनाओे के चलते विश्वविधालय प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी।

ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश को पद की गरिमा देखते हुए स्वयं प्रयागराज नहीं जाना चाहिए था। लेकिन ऐतिहासिक कुंभ से हताश अखिलेश ने जानबूझ कर प्रयागराज पहुंच कर वहां माहौल बिगाड़ने की कोशिश की और इसके बाद समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने कानपुर, आगरा, मेरठ, लखनऊ, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और वाराणसी में बलवा कर अराजकता कायम करने की कोशिश की लेकिन प्रशासन ने सूझबूझ के साथ अप्रिय घटनाओं को टाल दिया।


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