गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे ने टॉयलेट के टाइल्स पर लगवाया सफेद पेंट, सपा ने किया था विरोध
गोरखपुर में यूरिनल की दीवारों पर लाल टाइल्स लगाए जाने को समाजवादी पार्टी ने मुद्दा बना दिया है। समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसे सरकार की दूषित मानसिकता का परिचायक बताया तो रेलवे ने इन आरोपों का खंडन करते हुए इसे सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा बताया है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर के ललित नारायण मिश्र रेलवे अस्पताल में यूरिनल के रंग को लेकर समाजवादी पार्टी का विरोध बेहद असर वाला रहा। समाजवादी पार्टी के विरोध के बाद रेलवे अस्पताल का यूरिनल सफेद रंग का हो गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के ललित नारायण मिश्र अस्पताल में बने टॉयलेट (यूरिनल) की टाइल्स के रंग को लेकर समाजवादी पार्टी ने ऐतराज जताया और इसे पार्टी के झंडे का अपमान बता दिया। इसके बाद बवाल बच गया। इस मामले में रेलवे की तरफ से भी ट्वीट कर सफाई दी गई, लेकिन विवाद दिन भर नहीं थमा। इसके बाद शाम को रेलवे ने इस यूरिनल के कलर को बदलने का निर्णय लिया। यूरिनल के टाइल्स पर सपेद पेंट करा दिया गया।
टाइल्स पर सफेद पेंट कर रहे मजदूरों ने कहा कि उन्हें रेलवे के इंजीनियर्स ने इस पर सफेद पेंट लगाने को कहा है। इस प्रकरण में किसी भी सियासी बयानबाजी से बचने के लिए टाइल्स पर पेंट करा दिया गया। इस यूरिनल का निर्माण जून 2018 में हुआ था।
पूर्वोत्तर रेलवे के ललित नारायण मिश्र अस्पताल के सामने बने यूरीनल की टाइल्स को लाल और हरे रंग को लेकर आज सुबह के वक्त में समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया था कि दूषित सोच रखने वाले सत्ताधीशों के राजनीतिक द्वेष के चलते गोरखपुर रेलवे अस्पताल में शौचालय की दीवारों को सपा के रंग में रंगना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली शर्मनाक घटना। एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी के ध्वज के रंगो का अपमान घोर निंदनीय। संज्ञान ले हो कार्रवाई, तत्काल बदला जाए रंग।
रेलवे ने ट्वीट कर दी थी सफाई
सपा के इस ट्वीट के बाद सियासत तेज होने लगी। इस पर पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्वीट किया, स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गोरखपुर रेलवे हॉस्पिटल के टॉयलेट में लगे यह टाइल्स वर्षो पुराने हैं। इन टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित करना है। आइये साथ हम सब मिलकर स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग करें। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि टाइल्स को लगाने का उद्देश्य बेहतर साफ सफाई सुनिश्चित करना है। इसका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
सपाइयों का हंगामा, एजीएम को सौंपा ज्ञापन
समाजवादी पार्टी के आपत्ति जताते ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। सपा के ट्वीट पर रेलवे के सीपीआरओ के जवाब देने के बावजूद सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। सपाइयों ने रेलवे अस्पताल पहुंचकर जहां टाइल्स पर कालिख पोत दी वहीं अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने दोषी के खिलाफ 24 घंटे में कार्रवाई और यूरिनल पर लगी टाइल्स बदलने की मांग की है।
कार्यकर्ताओं ने विरोध में पोता काला पेंट
रेलवे की सफाई पर भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं माने और कुछ उत्साही कार्यकर्ताओं ने टाइल्स पर काला पेंट पोत दिया। इस मामले में सपा के एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्वोत्तर रेलवे के एजीएम से मुलाकात कर उनसे टाइल्स को हटवाने और संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई करने को लेकर ज्ञापन दिया।
सपा कार्यकर्ताओं के आक्रोश के बाद सफेद हुआ यूरिनल
समाजवादी पार्टी कार्यक्रताओं द्वारा कड़ा आक्रोश जताने के बाद रेलवे के अधिकारियों ने आनन-फानन में यूरिनल के रंग को बदल दिया। लाल और हरे टाइल्स पर अधिकारियों ने सफेद पेंट कर दिया। लाल और हरे रंग के टाइल्स को जून 2018 में लगाया गया था।