मरीज के बेटों पर मुकदमा, दोनों गिरफ्तार
गोरखपुर बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में भर्ती मरीज झीनक (50) की मौत के बाद हुई मारपीट
गोरखपुर
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में भर्ती मरीज झीनक (50) की मौत के बाद हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने उनके दो बेटों सहित 10-12 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। तहरीर में जूनियर डाक्टरों ने मरीज की मौत के लिए उनके दोनों बेटों और साथ मौजूद तीमारदारों को जिम्मेदार ठहराया है। गुलरिहा पुलिस ने मरीज के दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।
दस मई से मेडिकल कालेज में भर्ती ठूठीबारी, महराजगंज के बरगदवा निवासी झीनक पटवा की रविवार शाम सात बजे के आसपास इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान जूनियर डाक्टरों के साथ उनकी मारपीट हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से विवाद शांत कराने के बाद मृतक के दो बेटों राहुल और मोनू को हिरासत में ले लिया।
इस संबंध में जूनियर डाक्टरों ने प्रधानाचार्य और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को पत्र देकर मृतक के बेटों और तीमारदारों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पत्र में लिखा है कि मृतक के बेटों राहुल और मोनू तथा अन्य तीमारदारों ने मरीज के उपचार में बाधा उत्पन्न की। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने वही पत्र गुलरिहा थानेदार को भेज दिया। पुलिस ने बलवा, लोक सेवक से दुर्व्यवहार और लोक सेवक के काम में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया है।
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रात भर वार्ड में बेड पर ही पड़ा रहा शव
गोरखपुर : झीनक की मौत रविवार की शाम सात बजे के आसपास हो गई थी, लेकिन उसके बाद हुए घटनाक्रम के कारण उनका शव रात भर बेड पर ही पड़ा रहा। गुलरिहा थानेदार गोपाल त्रिपाठी ने बताया कि कालेज प्रशासन ने सोमवार को मेमो (लिखित सूचना) भेजा। इसके बाद शव को कब्जे में लिया गया। मृतक की पत्नी ने दी जूनियर डाक्टरों के विरुद्ध तहरीर
बीमार पति की पिटाई और बेटों से मारपीट का लगाया आरोप
डीएम व एसएसपी को भी प्रार्थना पत्र देकर लगाई गुहार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
झीनक की पत्नी नर्वदा देवी ने सोमवार को गुलरिहा थाने पहुंचकर जूनियर डाक्टरों के विरुद्ध तहरीर दी। इसमें उन्होंने जूनियर डाक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए है। थानेदार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद संपर्क करने की बात कहकर लौटा दिया। नर्वदा देवी ने डीएम और एसएसपी को भी प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है।
नर्वदा ने तहरीर में लिखा है कि 11 मई को पति का आपरेशन हुआ था लेकिन इसके बाद भी उनकी हालत में सुधार नजर नहीं आ रहा था। 12 मई को उन्होंने डाक्टर को अपनी समस्या बताई और पति को देखने की गुजारिश की। आरोप है कि इससे नाराज डाक्टरों ने न केवल उन्हें भला-बुरा कहा बल्कि वार्ड में आकर पति को मारापीटा भी। डाक्टरों की पिटाई से पति की हालत और बिगड़ गई। 20 मई की शाम को तबीयत अधिक खराब होने पर वह ट्रामा सेंटर में मौजूद डाक्टर को बुलाने गई। वहां भी डाक्टर ने डांटकर भगा दिया।
20 मई की शाम को पति की मौत के बाद जब डाक्टर आए तो बेटे ने उन पर लापरवाही का आरोप लगाया। इससे नाराज होकर जूनियर डाक्टरों ने बेटे राहुल और मोनू को कमरे में बंदकर बुरी तरह से पीटा। पुलिस ने दोनों बेटों को कमरे से निकाला और साथ ले गई। नर्वदा ने बेटी गुड़िया के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया है।