गोरखपुर जेल में बवाल : जानें, क्याें तोड़फाेड़ और मारपीट पर उतारू हुए बंदी..Gorakhpur News
गोरखपुर जिला कारागार में बंदियों द्वारा अधिकारियों के साथ मारपीट किए जाने की घटना के बाद कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जिला कारागार में शुक्रवार को हुई घटना की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई है। एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव व एसीएम द्वितीय पंकज दीक्षित शनिवार को जिला कारागार पहुंचे। टीम ने बंदियों से बात कर घटना के कारणों की तहकीकात शुरू की। इसके बाद जिला जेल में हुए नुकसान का जायजा लिया और सुरक्षा में चूक के कारणों की पड़ताल की। जांच टीम को कई चौंकाने वाली जानाकारियां मिली हैं।
बंदियों की नाराजगी के कारण टटोल रही टीम
अपर जिलाधिकारी नगर आरके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय मजिस्ट्रेटी जांच टीम का मुख्य फोकस घटना के मूल कारणों का पता लगाने पर है। हंगामे का मुख्य कारण गुरुवार रात एक पुलिस अधिकारी द्वारा जेल में कुछ बंदियों की पिटाई करना बताया जा रहा है, लेकिन जांच टीम को यह बात गले नहीं उतर रही है। जांच टीम में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक, यह बात मान भी ली जाए कि पुलिस अधिकारी ने कुछ बंदियों की पिटाई की, महज इस कारण जेल के सभी बंदी तोडफ़ोड़ और हिंसा पर उतारू हो जाएं, यह कैसे संभव है? टीम बंदियों के अलावा जेलर, डिप्टी जेलर और बंदी रक्षकों का भी बयान दर्ज कर रही है।
विरोध करने पर होती है पिटाई
बंदियों ने जेल प्रशासन पर भी उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। कई बंदियों ने कहा है कि खाने में सूखी रोटी और पतली दाल दी जाती है। कोई विरोध करता है तो उसे प्रताडि़त किया जाता है। रविवार को भी जांच टीम ने जिला कारागार में बंदियों समेत जेल अधिकारियों का बयान दर्ज किया।
नुकसान का आकलन करने में जुटा प्रशासन
जिला जेल में तोडफ़ोड़ के बाद हुए नुकसान का आकलन जिला प्रशासन कर रहा है। जांच टीम ने जेल में टूटे सीसी कैमरे, वायरिंग व क्षतिग्रस्त सामानों की सूची तैयार करा ली है। इसकी रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कई स्थान चिह्नित किए गए हैं जहां अतिरिक्त सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रशासन ने इस घटना से सबक लेकर मजबूत कार्ययोजना तैयार की है जिससे भविष्य में घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए। सुरक्षा घेरे को और मजबूत बनाया जाएगा।
जिला कारागार में तोडफ़ोड़ से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार हो गई है। सुरक्षा व्यवस्था में जो कमियां हैं, उसे ठीक कराया जाएगा। घटना के कारणों की बिंदुवार जांच हो रही है, जल्द ही इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी। - आरके श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (नगर)