Move to Jagran APP

महाविद्यालयों के स्नातक स्तर के शिक्षक भी करा सकेंगे शोध Gorakhpur News

यह अहम निर्णय विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में आयोजित कार्यपरिषद की बैठक में लिया गया। बैठक में सदस्यों ने शोध निर्देशन के अधिकार पर मुहर लगा दी।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 21 Mar 2020 09:36 AM (IST)Updated: Sat, 21 Mar 2020 09:36 AM (IST)
महाविद्यालयों के स्नातक स्तर के शिक्षक भी करा सकेंगे शोध Gorakhpur News
महाविद्यालयों के स्नातक स्तर के शिक्षक भी करा सकेंगे शोध Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक स्तर के शिक्षक भी शोध करा सकेंगे। विश्वविद्यालय में बनने वाले स्टूडियो और मीडिया सेल के लिए तीन करोड़ के बजट प्रस्ताव पर भी मुहर लग गई। जिसे जल्द ही शासन को भेज दिया जाएगा।

loksabha election banner

शोध निर्देशन अधिकार पर निर्णय

यह अहम निर्णय विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में आयोजित कार्यपरिषद की बैठक में लिया गया। बैठक में सदस्यों ने शोध निर्देशन के अधिकार पर मुहर लगा दी। विश्वविद्यालय में आय के स्रोत तलाशने के लिए एक समिति के गठन पर भी सहमति बन गई। यह समिति प्रति कुलपति की अध्यक्षता में गठित होगी।

अगले वर्ष के लिए तैयार बजट का अनुमोदन

अगले वित्तीय वर्ष के लिए वित्त समिति द्वारा तैयार किए गए बजट का अनुमोदन किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए शासन स्तर पर तैयार किए गए मानकों को कार्यपरिषद ने स्वीकार किया। अध्यक्षता कुलपति प्रो वीके सिंह ने की।

गुआक्टा ने ऐतिहासिक उपलब्धि बताया

महाविद्यालय शिक्षक संघ (गुआक्टा) ने ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। गुआक्टा के अध्यक्ष डा. एसएन शर्मा और महामंत्री डॉ केडी तिवारी ने कहा कि शोध निर्देशन के अधिकार से महाविद्यालयों के शिक्षक लाभान्वित होंगे। उनके अकादमिक कॅरियर में महत्वपूर्ण उपलब्धि जुड़ेगी। उन्होंने कुलपति, कार्य परिषद सदस्यों के अलावा सभी शिक्षकों के प्रति भी आभार जताया है।

खाली कराए गए एमएमएमयूटी के छात्रावास

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विद्यालय (एमएमएमयूटी) प्रशासन ने विश्वविद्यालय को दो अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है। सभी छात्रों को अगली सूचना तक परिसर में न आने की सलाह दी गई है। छात्रावास भी खाली करा दिए गए हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह छात्रों को यथासंभव ऑनलाइन माध्यम से पठन-पाठन की सामग्री उपलब्ध कराएं। जिससे वह घर में अपना अध्ययन जारी रख सकें। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कैलेंडर को संशोधित करते हुए परीक्षा की नई तिथि घोषित करने का निर्णय लिया गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.