Move to Jagran APP

गोरखपुर, विश्‍वविद्यालय : एफआइआर दर्ज न होने पर सत्याग्रह करेंगे शोधार्थी

विश्वविद्यालय शोधार्थी अधिकार मंच की बैठक 13 जनवरी को हुई। जिसमें 14 जनवरी तक दिए गए तहरीर के मुताबिक विवि के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने पर 15 जनवरी से डीएम कार्यालय पर कोविड गाइडलाइन के अनुसार सत्याग्रह शुरू करने का निर्णय लिया गया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 04:27 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 04:27 PM (IST)
गोरखपुर, विश्‍वविद्यालय : एफआइआर दर्ज न होने पर सत्याग्रह करेंगे शोधार्थी
एफआइआर दर्ज न होने पर सत्याग्रह करेंगे शोधार्थी। प्र‍तीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विश्वविद्यालय शोधार्थी अधिकार मंच की बैठक 13 जनवरी को हुई। जिसमें 14 जनवरी तक दिए गए तहरीर के मुताबिक विवि के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने पर 15 जनवरी से डीएम कार्यालय पर कोविड गाइडलाइन के अनुसार सत्याग्रह शुरू करने का निर्णय लिया गया।

loksabha election banner

महिला शोध छात्राओं के साथ छेड़खानी

बैठक में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अमन यादव ने कहा कि सात जनवरी को प्री-पीएचडी सत्र 2019-20 के प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन ने शोधार्थियों के साथ बदसलूकी की। जाति सूचक शब्द से अपमानित करने के साथ ही महिला शोध छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की तथा हमारा भविष्य बर्बाद करने की धमकी भी दी। इसको लेकर कैंट में नामजद तहरीर भी दी गई थी, लेकिन अभी तक संबंधित के विरुद्ध कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। बैठक में सभी शोधार्थी मौजूद रहे।

आनलाइन परीक्षा कराने को लेकर सौंपा ज्ञापन

कोरोना के मद्देनजर आगामी 17 जनवरी से शुरू होने वाली परीक्षा टालने अथवा आनलाइन आयोजित कराने की मांग को लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रनेता नारायण दत्त पाठक के नेतृत्व में गुरुवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन मंडलायुक्त की अनुपस्थिति में अपर आयुक्त को सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में सतीश प्रजापति, पीयूष राय, दीपक वर्मा, वैभव गुप्ता तथा हर्ष मौर्या आदि शामिल रहे।

रेल लाइन के किनारे पतंग उड़ाया तो दो साल की जेल

रेल लाइन के किनारे पतंग उड़ाया तो जुर्माना के साथ दो साल की सजा भी हो सकती है। रेल लाइन के किनारे पतंग उड़ाना दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। रेलवे अधिनियम की धारा 174 के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल की मंडल रेल प्रबंधक डा. मोनिका अग्निहोत्री के निर्देश पर गोरखपुर-लखनऊ रूट पर रेल लाइन के किनारे पतंग पर रोकथाम के लिए अभियान शुरू किया गया है।

पेट्रोलिंग कर रही है रेलवे सुरक्षा बल व विद्युत विभाग की टीम

रेलवे सुरक्षा बल तथा विद्युत (टीआरडी) विभाग की टीम नियमित रूप से पेट्रोलिंग कर रही है। जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता के अनुसार लखनऊ मंडल के लगभग सभी रेलमार्ग विद्युतीकृत हो गए हैं। ऐसे में पतंग की डोर से 25,000 वोल्ट एसी लाइन बाधित होने की आशंका बढ़ जाती है। जो खतरनाक साबित हो सकता है। बिजली बाधित होने से ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हो सकता है। रेल लाइन के किनारे पतंग उड़ाते हुए पकड़े जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.