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केजीबीवी की शिक्षिकाओं के खंगाले जा रहे रिकार्ड Gorakhpur News

शासन के निर्देश पर कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 09:00 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 09:02 PM (IST)
केजीबीवी की शिक्षिकाओं के खंगाले जा रहे रिकार्ड Gorakhpur News
केजीबीवी की शिक्षिकाओं के खंगाले जा रहे रिकार्ड Gorakhpur News

 गोरखपुर, जेएनएन। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका अनामिका शुक्ला के सूबे के 25 जिलों के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में तैनाती पाने व मानदेय हासिल करने के मामले के बाद गोरखपुर जनपद में भी महकमा गंभीर हो गया है। शासन के निर्देश पर विभाग की तरफ से जिले के सभी केजीबीवी स्कूलों में कार्यरत शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू कर दी गई है। इसके अलावा परिषदीय स्कूलों में संविदा पर कार्यरत अनुदेशकों, शिक्षामित्रों तथा आइटी टीचर के प्रमाण पत्र भी खंगाले जा रहे हैं। इसी बहान में कस्‍तूरबा विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक समेत सभी कर्मचारियों के प्रमाण पत्र और उनकी नियुक्ति के बारे में जांच हो सकेगी।

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इस मामले में शिक्षामंत्री का आदेश बेसिक बीएसए कार्यालय पहुंच गया। उसके बाद विभागीय कस्‍तूरबा विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जांच शुरू हो गई है। कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्रों की जांच में खासतौर से अनामिका के नाम की शिक्षिका को ढूढ़ा जा रहा है, लेकिन फिलहाल जिले में इस नाम की कोई शिक्षिका अभी तक नहीं मिली है।

गोरखपुर में 20 कस्‍तूरबा विद्यालय

वर्तमान में जनपद में कक्षा 6-8 की बालिकाओं के लिए प्रत्येक ब्लॉक समेत कुल 20 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में संविदा पर 30 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय पर शिक्षिकाओं की नियुक्ति होती है। यहां के सभी विद्यालयों में नियुक्‍त महिला शिक्षक के नाम और उनके प्रमाण पत्र जांच किए गए हैं।

अनामिका नाम की कोई महिला शिक्षक नहीं

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि शासन के निर्देश पर जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व परिषदीय विद्यालयों में ऐसे नाम से कार्यरत शिक्षिकाओं की तलाश की जा रही है। फिलहाल कस्तूरबा विद्यालयों में इस नाम की कोई शिक्षिका मौजूद नहीं है। इसके अलावा संविदा पर कार्यरत अनुदेशकों, शिक्षामित्रों व आइटी टीचर के रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं। रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।


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