दामाद की हत्या कर शव संदूक में रख लखनऊ से बस्ती पहुंचा रिटायर इंजीनियर, जानें-क्या है कहानी gorakhpur News
उसने शव को पहले एक बड़े संदूक में रखा। बदबू न आए इसके लिए भी इंतजाम किया। इसके बाद एक मैजिक वाहन किराए पर लिया और उसमें संदूक लाद बस्ती आ गया।
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती कोतवाली क्षेत्र के बड़ेवन पुलिस चौकी के पास बस्ती बांसी रोड पर मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे पुलिस ने शक होने पर एक व्यक्ति को बड़े संदूक के साथ पकड़ लिया। पुलिस ने संदूक को कटरा बड़ेवन पुलिस चौकी पर लाकर उसकी तलाशी ली तो उसमें एक व्यक्ति का शव देख सन्न रह गई। सोते समय की सरिया से वार कर की गई थी हत्या
पुलिस ने तुरंत पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ की तो पता चला कि शव, पकड़े गए व्यक्ति के एक रिश्तेदार का है जो उसका दामाद लगता है। जिसकी तीन जनवरी को सरिया से वार कर हत्या करने के बाद उसे बस्ती ठिकाने लगाने के लिए लाया गया था। कोतवाल रामपाल यादव ने बताया कि कटरा बड़ेवन चौकी इंचार्ज विनोद कुमार यादव मंगलवार की देर रात गश्त पर थे। रात डेढ़ बजे के करीब बस्ती बांसी रोड पर मैजिक वाहन से एक व्यक्ति संदूक उतारते दिखा। इस पर उन्हें कुछ शक हुआ तो वह मौके पर पहुंचे और उस व्यक्ति को पुलिस चौकी ले आए। उसने अपना नाम नाजुद्दीन(68) पुत्र स्व. मुख्तार मदनी निवासी राजाजीपुरम थाना तालकटोरा लखनऊ बताया। संदूक में क्या रखा है पूछने पर सामान बताया, मगर संदूक से कुछ बदबू आने के कारण चौकी प्रभारी ने उसे खुलवाया। संदूक में शव देख पुलिस भौचक रह गई। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ तो आरोपित नाजुद्दीन ने बताया शव उसके भाभी की बहन के दामाद कमाल अहमद (52) पुत्र स्व. मतीउर्रहमान निवासी हबीबपुर थाना सआदतगंज लखनऊ का है। उससे तीन जनवरी को रुपये के लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ था। उसी रात सोते समय सरिया से वार कर कमाल की हत्या कर दी थी।
हत्यारोपित बस्ती में जेई के पद से हुआ था सेवानिवृत्त
पुलिस के अनुसार नाजुद्दीन बस्ती में ही बीज कारपोरेशन निगम में जेई पद से वर्ष 2011 में रिटायर हुआ था। उसके और कमाल के बीच चार लाख रुपये को लेकर विवाद चल रहा था। कमाल के लिए वही चार लाख रुपये काल बन गया। पुलिस के अनुसार हत्या में कमाल की पत्नी ने भी सहयोग किया।
मकान बनवाने के लिए चार लाख लिया था उधार
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामपाल यादव ने बताया कि हत्यारोपित नाजुद्दीन ने रिटायर होने के बाद मृतक कमाल अहमद को मकान बनवाने के लिए वर्ष 2012 में चार लाख रुपये उधार दिया था। कई बार मांगने के बाद भी कमाल रकम वापस नहीं कर रहा था। रकम वापसी की बात को लेकर तीन जनवरी को दोनो के बीच वाद विवाद हुआ। उसी रात 11 बजे सोते समय आरोपित ने कमाल के सिर पर सरिया से तीन बार वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इसलिए बस्ती पहुंचा
शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने बस्ती जिले को चुना, क्यों कि वह बस्ती में रहकर नौकरी कर चुका था। उसने शव को पहले एक बड़े संदूक में रखा। बदबू न आए इसके लिए भी इंतजाम किया। इसके बाद एक मैजिक वाहन किराए पर लिया और उसमें संदूक लाद बस्ती आ गया। प्रभारी निरीक्षक के अनुसार लखनऊ के थाना सआदतगंज में मृतक के भाई अफजाल ने 6 जनवरी को अपने भाई की गुमशुदगी का मुकदमा पंजीकृत कराया था।