गोरखपुर में इस तिथि से शुरू होगी रामलीला, चौराहों पर नहीं होगा कोई आयोजन- जुलूस भी नहीं निकलेगा
गोरखपुर में रामलीला का मंचन तीन अक्टूबर से शुरू होगा। तैयारियां तेज हो गई हैं। सभी मंचन रामलीला मैदान में ही होंगे। 15 अक्टूबर को रावण वध होगा। 20 को राम-भरत मिलाप व 21 अक्टूबर को भगवान राम का राज्याभिषेक किया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रामलीला समिति, बर्डघाट के तत्वावधान में रामलीला का मंचन तीन अक्टूबर से शुरू होगा। तैयारियां तेज हो गई हैं। सभी मंचन रामलीला मैदान में ही होंगे। 15 अक्टूबर को रावण वध होगा। 20 को राम-भरत मिलाप व 21 अक्टूबर को भगवान राम का राज्याभिषेक किया जाएगा। बर्डघाट रामलीला समिति के अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल को देखते हुए इस वर्ष भी घंटाघर चौराहे पर कोई कार्यक्रम नहीं आयोजित होगा। पहले भरत मिलाप और राम के राज्याभिषेक का मंचन घंटाघर चौराहे पर ही होता था।
अगले माह बर्डघाट में इन तिथियों में होगा इनका मंचन
03 को शिव सती संवाद, नारद मोह, मनु-शतरूपा संवाद, रावण जन्म।
04 को पृथ्वी पुकार, राम जन्म, मुनि आगमन, ताड़का वध।
05 को अहिल्या उद्धार, नगर दर्शन, धनुष यज्ञ, परशुराम-लक्ष्मण संवाद।
06 को श्रीराम बरात।
07 को श्रीराम वन यात्रा।
08 को निषाद मिलन, श्रीराम-केवट संवाद, रामजी का चित्रकूट जाना, भरत-कौशल्या संवाद।
09 को भरत का चित्रकूट प्रस्थान, राम-भरत मिलन, चरण पादुका लेकर वापस अयोध्या लौटना।
10 को शूर्पणखा नासिका भेदन, खर- दूषण वध, सीता हरण, श्रीराम का शबरी आश्रम में प्रवेश।
11 को श्रीराम-हनुमान मिलन, सुग्रीव मिलन, बालि वध, सीताजी की खोज में बंदरों का प्रस्थान।
12 को हनुमान-जामवंत संवाद, सीता-हनुमान संवाद, लंका दहन।
13 को श्रीराम-हनुमान संवाद, रामेश्वर स्थापना, अंगद-रावण संवाद।
14 को लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध, कुंभकर्ण एवं मेघनाथ वध।
15 को अहिरावण वध, राम-रावण युद्ध एवं रावण वध।
20 को राम-भरत मिलाप।
21 को श्रीरामका राज्याभिषेक।
रामलीला में शामिल होंगे मात्र सौ लोग
रामलीला समिति आर्यनगर की बैठक अग्रवाल भवन में आयोजित की गई। कहा गया कि मानसरोवर मैदान में आयोजित रामलीला में कोविड प्रोटोकाल को देखते हुए दर्शकों की संख्या मात्र सौ रखी जाएगी। मंचन फेसबुक लाइव के जरिए दर्शकों तक पहुंचाने की कोशिश होगी। झांकियां भी फेसबुक पेज पर अपलोड की जाएंगी। समिति के महामंत्री पुष्पदंत जैन ने कहा कि लीला का मंचन पांच से 16 अक्टूबर तक चलेगा। इस बार वन यात्रा, राम बरात व विजय जुलूस नहीं निकाला जाएगा। सभी कार्यक्रम मंच पर ही आयोजित होंगे। विजयादशमी पर 15 अक्टूबर को गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान राम का तिलक करेंगे। प्रतिदिन सायं सात बजे रामलीला शुरू होगी।
अक्टूबर में आर्य नगर की रामलीला मंचन की तिथियां
05 - उद्घाटन समारोह, गणेश जन्म, नारद मोह, रावण जन्म, अत्याचार, पृथ्वी पुकार।
06 - राम जन्म, मुनि आगमन, ताड़का वध, पुष्प वाटिका, अहिल्या उद्धार।
07-धनुष यज्ञ, परशुराम लक्ष्मण संवाद, राम विवाह।
08 - वन यात्रा (मंच पर), केवट संवाद, चित्रकूट विश्राम।
09 - दशरथ मरण, भरत- कौशल्या संवाद, भरत का चित्रकूट के लिए प्रस्थान।
10- श्रीराम का मिलन व जानकी आगमन, राम- भरत संवाद, चरण पादुका लेकर वापस, राम का पंचवटी में प्रवेश व विश्राम।
11- नासिका भेदन, सीता हरण, जटायु मोक्ष, शबरी से मिलन।
12- हनुमान जी से भेंट, सुग्रीव से मित्रता, बालि वध, सीता खोज, लंका दहन।
13- विभीषण शरणागति, अंगद-रावण संवाद, रामेश्वर स्थापना।
14- लक्ष्मण शक्ति, कुंभकर्ण वध, मेघनाथ वध।
15- गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रीराम का तिलक एवं आरती के बाद अहिरावण व रावण वध, नीति उपदेश।
16- भरत मिलाप (मंच पर), श्रीराम का राज्याभिषेक।