पंडाल के अंदर राम, बाहर मोरारी बापू की गूंज Gorakhpur News
हर कोई शीघ्रता से पार्क पहुंचने के लिए उत्सुक दिखा। नौकायन के दुकानदार भी पार्क के आसपास आ गए थे। कथा की तैयारी शुरू होने के साथ ही मोरारी बापू की चर्चा होने लगी थी।
गोरखपुर, जेएनएन। चंपा देवी पार्क के अंदर कथास्थल पर भगवान राम का नाम तो बाहर मोरारी बापू की गूंज है। रोजाना शाम को गुलजार रहने वाले नौकायन पर शनिवार शाम सन्नाटा पसरा रहा। हर कोई शीघ्रता से पार्क पहुंचने के लिए उत्सुक दिखा। नौकायन के दुकानदार भी पार्क के आसपास आ गए थे। कथा की तैयारी शुरू होने के साथ ही मोरारी बापू की चर्चा होने लगी थी। चंपा देवी पार्क के बगल के गौतम विहार विस्तार, इंदिरानगर समेत कई कॉलोनियों के हजारों घरों में कथा को लेकर कई दिनों से उत्सुकता देखते बनती थी। कोई कुछ साल पहले संतकबीरनगर के मगहर में बापू की कथा का महात्म्य बता रहा था तो कोई हर दिन कथा सुनने की योजना बना रहा था।
संगीतनी और गीता प्रेस का स्टाल
कथा स्थल पर मोरारी बापू के प्रवचन, ग्रंथ, प्रवचन की सीडी आदि का स्टाल लगा हुआ है। इसका नाम संगीतनी रखा गया है। संगीतनी के स्टाल पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। गीता प्रेस ने भी कथा स्थल पर अपना स्टाल लगाया है। यहां गीता प्रेस की सभी किताबें मिल रही हैं। इसके साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए भी स्टाल लगा है।
बापू की वाणी में सम्मोहन
भगत चौराहा कैलाशपुरी कॉलोनी से कथा सुनने पहुंचे राकेश तिवारी कहते हैं कि बापू की वाणी में सम्मोहन है। रामकथा सुनाने का उनका तरीका सबसे अलग है। रुस्तमपुर निवासी वरिष्ठ एडवोकेट जनार्दन त्रिपाठी ने कहा कि मोरारी बापू के श्रीमुख से रामकथा सुनने के साथ ही उनके सद्वचनों को आत्मसात करने वाला सभी दुुखों से मुक्त हो जाता है।