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बारिश ने किसानों को फिर रुलाया Gorakhpur News

बारिश से गेहूं सरसों की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। गुरुवार शाम हुई बारिश ने उन्हें दोहरी मुसीबत में डाल दिया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 03:10 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 03:10 PM (IST)
बारिश ने किसानों को फिर रुलाया Gorakhpur News
बारिश ने किसानों को फिर रुलाया Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। गुरुवार शाम से देर रात तक हुई बारिश से किसानों को भारी क्षति पहुंची है। कैंपियरगंज, सहजनवां क्षेत्र में बारिश व हवा के चलते कई स्थानों पर गेहूं की फसल जमीन पर लेट गई है। नुकसान की अभी वास्तविक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। कृषि विभाग पांच फीसद से कम क्षति का आकलन कर रहा है। 

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 सप्ताहभर पूर्व आई बारिश से किसान अभी उबर भी नहीं सके थे कि गुरुवार शाम हुई बारिश ने उन्हें दोहरी मुसीबत में डाल दिया। पिछले 24 घंटे में जिले में 7.4 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। बारिश से गेहूं, सरसों की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। फसल बीमा से जुड़े चार किसानों ने क्षति के लिए क्लेम किया है। हालांकि अभी वास्तविक क्षति का विभाग आंकलन नहीं कर सका है। क्षति का आकलन करने के लिए कृषि पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभाग ने गत 25 फरवरी को आई बारिश में 10 फीसद क्षति का आकलन कृषि विभाग ने किया था। इसे लेकर कुल 157 लोगों ने क्षति का क्लेम किया किया था।

1570 किसानों को दिया गया है फसल बीमा योजना का लाभ

इस वित्तीय वर्ष में 1570 किसानों के क्लेम के सापेक्ष 74 लाख 28 हजार 848 रुपये का भुगतान किया गया है।

इतने किसानों का है फसल बीमा

खरीफ-38005

रबी-36253

फसलों की बोआई का क्षेत्रफल

गेहूं -182740 हेक्टेयर

सरसों -3370 हेक्टेयर

जौ- 520 हेक्टेयर

मक्का- 52 हेक्टेयर

तोरिया- 7564 हेक्टेयर

सरसों- 3370 हेक्टेयर

अलसी-35 हेक्टेयर

चना-185 हेक्टेयर

मटर-3258 हेक्टेयर

मसूर-1610 हेक्टेयर

बारिश में दे ध्यान

नमी को लेकर गेहूं व सरसों में माहो का प्रकोप हो सकता है। ऐसे में गेहूं पर जैसे ही कीड़े दिखें, उसमें प्रति लीटर पानी मे डेढ़ एमएल नीम ऑयल डालकर छिड़काव किया जाए। प्रकोप अधिक होने पर प्रति लीटर पानी में एक एमएल क्युनालफास मिलाकर छिड़काव किया जाए। सरसों में प्रकोप होने पर प्रतिलीटर पानी में एक एमएल क्लोरोपायरिफास का छिड़काव करें।

अभी नहीं हो सकता वास्‍तविक आकलन

इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी डॉ. अरविंद चौधरी का कहना है कि अभी क्षति का वास्तविक आकलन नहीं किया जा सकता है। कृषि पर्यवेक्षक व एडीओ एजी को क्षति की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। अभी तक पिछली क्षति की रिपोर्ट आ रही है। 157 लोग क्लेम कर चुके हैं।

सबसे ज्‍यादा नुकसान गेहूं का

इस संबंध में जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. संजय यादव का कहना हे कि गेहूं के जिन फसलों में बालियां आ गई हैं अथवा जिसमें आने वाली हैं, उसमें बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। बारिश के चलते गेहूं की फसल कई जगहों पर लेट गई है। इससे उत्पादन प्रभावित होगा। इससे सरसों व अरहर में भी नुकसान हुआ है। शेष फसलों में कोई नुकसान नहीं हुआ है। गेहूं व सरसों को लेकर किसानों को थोड़ी सावधानी अपनाने की जरूरत है। बाद में इसमें माहो का प्रकोप हो सकता है।


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