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गोरखपुर से अयोध्या तक बिछेगी दूसरी रेल लाइन, बढ़ेगी ट्रेनों की गति; उत्तर प्रदेश में 19575 करोड़ से होगा रेलवे का विकास

उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए 2009 -14 के दौरान प्राप्त औसत बजट के सापेक्ष 17 गुना अधिक बजट मिला है। अयोध्या परिक्षेत्र में आने वाले अयोध्या धाम जंक्शन अयोध्या कैंट दर्शन नगर रामघाट और कटरा स्टेशन सहित कुल पांच स्टेशनों का कायाकल्प होगा । 157 स्टेशनों का चयन अमृत भारत के अंतर्गत विकास के लिए किया गया है।

By Prem Naranyan Dwivedi Edited By: Aysha SheikhPublished: Fri, 02 Feb 2024 11:29 AM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2024 11:29 AM (IST)
गोरखपुर से अयोध्या तक बिछेगी दूसरी रेल लाइन, उत्तर प्रदेश में 19575 करोड़ से होगा रेलवे का विकास

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में पड़ने वाले रेलवे के विकास के लिए 19575 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। स्टेशनों का कायाकल्प तो होगा ही, रेल लाइनों की क्षमता भी बढ़ेगी। सुरक्षित रेल यात्रा के साथ ट्रेनों की गति बढ़ाने की कवायद भी तेज होगी। नई रेल लाइन, दोहरीकरण और तीसरी रेल लाइन के निर्माण कार्य में तेजी आएगी।

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अयोध्या परिक्षेत्र में आने वाले अयोध्या धाम जंक्शन, अयोध्या कैंट, दर्शन नगर, रामघाट और कटरा स्टेशन सहित कुल पांच स्टेशनों का कायाकल्प होगा। अयोध्या धाम जंक्शन के चारों तरफ गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज से रेलवे की सीधी कनेक्टिविटी होगी। गोरखपुर जंक्शन से अयोध्या धाम तक डबलिंग (दूसरी रेल लाइन) होगी। मनकापुर से अयोध्या धाम तक डबलिंग के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो गई है।

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी

यह जानकारी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। वह गुरुवार को बजट पेश होने के बाद रेल भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए मिलने वाले बजट, रेल परियोजनाओं और दस वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाल रहे थे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि बजट 2024-25 में रेलवे को 2 लाख 52 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।

उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए 2009-14 के दौरान प्राप्त औसत बजट के सापेक्ष 17 गुना अधिक बजट मिला है। वर्तमान समय में भारतीय रेलवे द्वारा उत्तर प्रदेश में 98,015 करोड़ का निवेश किया गया है। उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष 1978 किमी रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। सभी रेलमार्गों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। 157 स्टेशनों का चयन अमृत भारत के अंतर्गत विकास के लिए किया गया है।

तीव्र गति से किए जा रहे विकास के कार्य

स्टेशनों के विकास के कार्य तीव्र गति से किए जा रहे हैं। ताकि, आने वाले दिनों में मांग के आधार पर अधिक से अधिक ट्रेनें चलाई जा सकें। यात्री सुविधाओं के लिए 40 हजार कोचों को वंदे भारत की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे।

सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए वर्ष 2016 में आरंभ कवच प्रणाली पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। पिछले 10 वर्षो में 1377 सड़क उपरिगामी पुल/ सड़क अधोगामी पुल का निर्माण किया गया है। 143 स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद के अंतर्गत स्टाल खोले गए हैं। जो स्थानीय उत्पादों को एक व्यापक बाजार उपलब्ध करा रहे हैं। लोगों की आय में वृद्धि हो रही है।

पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर भी मुख्यालय गोरखपुर स्थित महाप्रबंधक कार्यालय के सभागार में पत्रकारों और संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल रहीं। इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक डीके सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह, महाप्रबंधक के सचिव आनंद ऋषि आदि अधिकारी भी उपस्थित थे।


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