रेलवे बोर्ड ने बढ़ाई हमसफर की निगरानी
हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन पांच मई से रोजाना गोरखपुर-आनंदविहार के लिए चल रही है। इस अति आधुनिक ट्रेन में पेंट्रीकार नहीं है। बावजूद इसके आइआरसीटीसी के सुपरवाइजर खुद यात्रियों के बीच पहुंचकर चाय-पानी और भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करा रहे हैं। यह ट्रेन बस्ती के रास्ते तीन दिन और बढ़नी के रास्ते चार दिन चल रही है।
गोरखपुर : रोजाना होने के बाद से गोरखपुर-आनंदविहार हमसफर एक्सप्रेस की अहमियत बढ़ गई है। रेलवे बोर्ड ने अपने इस महत्वाकांक्षी ट्रेन की निगरानी बढ़ा दी है। खानपान और साफ-सफाई को लेकर आइआरसीटीसी का एक सुपरवाइजर रोजाना यात्रियों के साथ ट्रेन में चल रहा है। रेलवे बोर्ड के अधिकारी खुद इसके समय पालन और यात्री सुविधाओं की मानीट¨रग कर रहे हैं।
पांच मई से हमसफर एक्सप्रेस गोरखपुर से आनंदविहार के बीच रोजाना चलने लगी। इसके बाद धीरे-धीरे इसका समय पालन बेहतर होता गया। अब तो उत्तर मध्य रेलवे के कानपुर-गाजियाबाद रेल मार्ग पर यह ट्रेन अधिकतम 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी है। यही नहीं खानपान और सफाई को बेहतर किया जा रहा है। ताकि, लोगों को बेहतर सुविधा का अहसास हो सके। इस अति आधुनिक ट्रेन में पेंट्रीकार नहीं होने के बावजूद आइआरसीटीसी के सुपरवाइजर्स खुद यात्रियों के बीच पहुंचकर चाय-पानी और भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करा रहे हैं। यह ट्रेन बस्ती के रास्ते तीन दिन और बढ़नी के रास्ते चार दिन चल रही है। इस ट्रेन में सिर्फ एसी थर्ड टियर के कोच लगते हैं। टिकटों की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होती है।
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काफी मशीन के लिए रेलवे
प्रशासन ने लिखा पत्र
हमसफर एक्सप्रेस की नई बोगियों में काफी मशीन की सुविधा नहीं है। यात्रियों को हमसफर की पुरानी रेक में काफी, सूप और गर्म पानी तो मिल जाता है लेकिन नई बोगियों में यह सुविधा नहीं है। ऐसे में आइआरसीटीसी काफी और चाय की व्यवस्था करता है लेकिन यात्री संतुष्ट नहीं हो पाते। ऐसे में यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने रेल बोर्ड को काफी मशीन लगाने के लिए पत्र लिखा है। दरअसल, नई बोगियां कपूरथला कारखाने से बनी हैं, जिसमें काफी मशीन के लिए बिजली कनेक्शन नहीं है। जगह भी कम है। जबकि, पुरानी बोगियों में पहले से ही यह सुविधा उपलब्ध थी।
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सीसीटीवी के जरिये होगी
साफ-सफाई की निगरानी
पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, लखनऊ और छपरा सहित एवन, ए और बी श्रेणी के सभी स्टेशनों पर एक माह तक 'स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत' के तहत स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए रेल प्रशासन ने अधिकारियों को नामित किया है, जिनके नेतृत्व में यह अभियान चलेगा। स्टेशनों पर साफ-सफाई की निगरानी सीसीटीवी कैमरे करेंगे। यात्रियों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। गंदगी फैलाते हुए पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी।