महराजगंज में राप्ती उफनाई, गंडक व रोहिन उतार पर
बारिश के चलते महराजगंज जिले में नदियां उफान पर हैं, नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही है वृद्धि।
गोरखपुर : पड़ोसी जनपद महराजगंज में पिछले 24 घंटे से अधिक समय से बारिश बंद है। बंद हुई बारिश के बीच जहां राप्ती नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है वहीं गंडक व रोहिन नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। प्यास नदी व महाव नाले का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। पिछले तीन-चार दिन से रूक-रूक कर हो रही बारिश की वजह से लोगों को उमस से राहत मिली है। पिछले 24 घंटे से जिले में बारिश बंद है, सोमवार की तुलना में मंगलवार की सायं चार बजे गंडक नदी के जलस्तर में .10 फीट तथा रोहिन नदी में .060 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है। राप्ती नदी के जलस्तर में .410 मीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। चंदन नदी का जलस्तर निल रहा। प्यास नदी व महाव नाले का जलस्तर 24 घंटे बाद भी स्थिर पाया गया। बस्ती नदी का जलस्तर घटा तो शुरू हो गई कटान
उधर, बस्ती में सरयू नदी का जलस्तर कम होने के साथ ही कटान शुरू हो गई। नदी अयोध्या में खतरे के निशान 92.73 मीटर से 17 सेमी ऊपर 92.90 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। लोगों का कहना है कि नदी का जलस्तर जब 93 मीटर से ऊपर जाता है तो गांवों में पानी भरने लगता है जब इससे नीचे जाता है कटान शुरू हो जाती है। यह बात सच साबित हो रही है। विक्रमजोत क्षेत्र के तटबंध विहीन गांव केशवपुर, रानीपुर कठवनिया, बाघानाला, सहजौरा पाठक व पड़ाव में तेजी से कटान हो रही है। यही हाल रहा तो कई एकड़ खेत चौबीस घंटे में नदी की धारा में समा जाएंगे। जिलाधिकारी के निर्देश पर भरथापुर गांव में कटान रोधी उपाय करने के लिए बाढ़ खंड ने दो ट्राली बोल्डर गिराए थे। इन बोल्डरों से अब तक काम शुरू नहीं हो सका है। कटान की गति लगातार बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उन लोगों ने बाढ़ राहत सहायत लेने से इंकार कर दिया था। उनकी शर्त थी कि पहले गांव को कटान से बचाया जाए।