दीपावली में मिलेगी पूर्वांचल के पहले ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र की सौगाग, एक माह के प्रशिक्षण के बाद मिल जाएगा लाइसेंस
489.56 लाख रुपये की लागत से निर्मित डीटीआइ में कोई भी व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकता है। प्रशिक्षण न्यूनतम एक माह का होगा। इस दौरान चालकों को यातायात के नियमों की भी समुचित जानकारी दी जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। अब युवाओं को दक्ष वाहन चालक बनने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वे गोरखपुर में ही विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की देखरेख में निपुण वाहन चालक बन जाएंगे। सरकार की पहल पर चरगांवा स्थित आइटीआइ (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) परिसर में पूर्वांचल का पहला ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) बनकर तैयार है। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) दीपावली तक परिवहन विभाग को हैंड ओवर कर देगा।
आइटीआइ चरगांवा में बनकर तैयार है अति आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र
489.56 लाख रुपये की लागत से निर्मित डीटीआइ में कोई भी व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकता है। प्रशिक्षण न्यूनतम एक माह का होगा। इस दौरान यातायात के नियमों की भी समुचित जानकारी दी जाएगी। प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा। दूरदराज के प्रशिक्षुओं के लिए हास्टल की सुविधा रहेगी। प्रशिक्षण के अलावा हास्टल में रहने वाले प्रशिक्षुओं से नाश्ता और भोजन का न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा। शुल्क का निर्धारण अभी नहीं हुआ है। 24 घंटे सीसी कैमरे से निगरानी होगी।
प्रशिक्षण के लिए तैयार हैं पांच आधुनिक ट्रैक
डीटीआइ में हल्के व भारी वाहनों के लिए पांच तरह के आधुनिक ट्रैक तैयार हैं। ट्रैक पर अभ्यर्थी ड्राइविंग की बारीकियां सीखेंगे। एक विशेषज्ञ वाहन के साथ रहेगा, तो दूसरा कक्ष में बैठकर निगरानी करेगा। ट्रैक पर प्रशिक्षण के बाद कंप्यूटर सिस्टम पर भी अभ्यास कराया जाएगा। संभागीय परिवहन अधिकारी अनिता सिंह का कहना है कि डीटीआइ बनकर तैयार है। कुछ कार्य शेष हैं। वह भी दशहरा बाद पूरे हो जाएंगे। दीपावली तक हैंडओवर होने की उम्मीद है। शासन के दिशा-निर्देश पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बता दें, कि अब तक लोगों को बाहर प्रशिक्षण मिल रहा था। यह पहला अवसर है जब गोरखपुर में भी इसका सेंटर बना और भवन बनकर तैयार हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में शामिल इस प्रशिक्षण केंद्र से पूर्वांचल के उन लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी जो वाहन चलाने के लिए प्रशिक्षण कहीं और प्राप्त करते रहे हैं।