अब और आसानी से समझ सकेंगे शिवपुराण का रहस्य, यहां हो रहा प्रकाशन
शिव महा पुराण अब और आसानी से लोगों की समझ में आ जाएगा। गीताप्रेस ने सटीक (हिदी अर्थ सहित) शिव महापुराण को प्रकाशित करने जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। गीताप्रेस ने सटीक (हिदी अर्थ सहित) शिव महापुराण को प्रकाशित करने की तैयारी शुरू कर दी है। पहली बार शिव महापुराण हिदी अर्थ सहित प्रकाशित किया जाएगा, यह ग्रंथाकार होगा और दो खंडों में प्रकाशित होगा। इसके पूर्व संक्षिप्त शिवपुराण व मूल शिव पुराण की पुस्तकें प्रकाशित हुई थीं। लोग धार्मिक भावना से उसका पाठ तो कर लेते थे लेकिन अर्थ समझने में उन्हें कठिनाई होती थी, अब सामान्य जन को बिना किसी की मदद के शिवपुराण का रहस्य व महात्म्य भी समझ में आ सकेगा।
प्रथम खंड में यह रहेगा शामिल
प्रथम खंड में विद्येश्वर संहिता, रुद्र संहिता, सृष्टि खंड, सती खंड, पार्वती खंड, कुमार खंड व युद्ध खंड तथा दूसरे खंड में शतरुद्र संहिता, कोटिरुद्र संहिता, उमा संहिता, कैलाश संहिता व वायवीय संहिता है। पहला खंड 1072 व दूसरा खंड 1084 पृष्ठों का होगा। प्रत्येक खंड का मूल्य तीन सौ रुपये है। प्रथम बार सात हजार प्रतियां प्रकाशित की जा रही हैं।
इसके पूर्व गीताप्रेस की मासिक पत्रिका 'कल्याण' के विशेषांक के तौर पर 1962 में संक्षिप्त शिवपुराणांक प्रकाशित किया गया था। उस समय एक लाख 51 हजार प्रतियां प्रकाशित हुई थीं। 1988 में इस विशेषांक में से कुछ लेख हटाकर इसे ग्रंथ रूप में प्रकाशित किया गया, तबसे अब तक 122 संस्करणों में इसकी 12 लाख 72 हजार 500 प्रतियां प्रकाशित की जा चुकी हैं।
अन्य भाषाओं में संक्षिप्त शिव पुराण
भाषा संस्करण प्रतियां
गुजराती 32 153000
बंगला 07 27000
तेलुगु 08 28000
कन्नड़ 05 15500
तमिल 01 4000
गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक लाल मणि तिवारी का कहना है कि पाठ करने वालों के लिए शिवपुराण मूल पाठ का प्रकाशन किया जा चुका है। चार संस्करणों में इस पुस्तक की 12 हजार प्रतियां प्रकाशित की गई हैं। पहली बार मूल श्लोक के साथ हिदी अर्थ सहित ग्रंथाकार शिव महापुराण प्रकाशित किया जा रहा है, जून के प्रथम सप्ताह तक प्रकाशन कर दिया जाएगा।
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