यहां फिर दो इंजीनियरों को लेकर जनप्रतिनिधियों के आमने-सामने होने की नौबत Gorakhpur News
गोरखपुर के भटहट विकास खंड में दो इंजीनियरों की तैनाती और तबादले को लेकर एक बार फिर यहां के जनप्रतिनिधि आमने सामने नजर आ रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। पीडब्लूडी के एक इंजीनियर को लेकर आमने-सामने हुए जिले के तमाम जनप्रतिनिधियों का मामले की गूंज अभी थमी कि भटहट विकास खंड में तैनात दो अवर अभियंताओं ने अपने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। इसमें एक अवर अभियंता पूर्व में भी भटहट विकास खंड रहे हैं। उनकी पैरवी एक राजनैतिक पार्टी के पूर्व पदाधिकारी ने की तो उनकी तैनाती भटहट में हो गई। वहीं वर्तमान में तैनात अवर अभियंता के पक्ष में एक जनप्रतिनिधि ने पैरवी की तो दूसरे अभियंता की तैनाती का आदेश रद्द हो गया है। मामला अभी यही नहीं थमा है, बल्कि यह अभियंता तकनीकि सहायकों के एसोसिएशन की तरफ से भी विभाग पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
भटहट विकास खंड में तैनात ग्रामीण अभियंत्रण के अवर अभियंता संजीत कुमार गौड़ के पास बेलघाट विकासखंड का भी कार्यभार है। वर्ष भर पूर्व भटहट में अवर अभियंता सुशील कुमार गुप्ता की तैनाती थी। उनकी जिले में वापसी हुई है। इनके समर्थन में एक राजनैतिक दल के पूर्व पदाधिकारी ने अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा को फोन किया तो उन्होंने उनकी तैनाती भटहट विकास खंड में कर दी। संजीत कुमार के समर्थकों को यह बात नागवार लगी तो ग्राम प्रधानों के एक गुट ने एक क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से उनकी पैरवी की। उन्होंने विभाग पर दबाव बनाया तो सुशील के पक्ष में जारी आदेश को रद्द करते हुए विभाग ने संजीत कुमार को फिर से भटहट का कार्यभार दे दिया है।
तकनीकी सलाहकारों ने लिख पत्र
इधर विकास खंड के तकनीकी सलाहकारों ने एक पत्र लिखकर खंड विकास अधिकारी कृतिका अवस्थी से शिकायत की है कि संजीत कुमार ब्लाक में अधिकांश समय नहीं रहते। उनका अधिकांश समय बेलघाट में ही गुजरता है। खंड विकास अधिकारी ने तकनीकी सलाहकारों का पत्र मुख्य विकास अधिकारी को अग्रसारित कर दिया है। अब देखना है कि वहां से किस तरह का आदेश जारी होता है।
क्या कहते हैं अधिशासी अभियंता
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता एसके सिंह का कहना है कि सुशील कुमार की तैनाती नगर निगम में है। उनकी तैनाती भटहट विकास खंड में की गई थी, लेकिन कुछ कठिनाई के कारण उनका आदेश रद्द करना पड़ा। वहां अभी संजीत कुमार ही तैनात हैं। सुशील कुमार ने अभी भटहट में ज्वाइन भी नहीं किया है। जबकि ग्राम प्रधान संजीत कुमार की मांग कर रहे हैं। सुशील के समर्थन में किसी ने पत्र व्यवहार किया है, इसकी जानकारी नहीं है।