Coronavirus: से डरे डाककर्मी, कामकाज ठप कर किया प्रदर्शन Gorakhpur News
बताते हैं कि तय समय पर डाकघर खुला। डाकघर खुलने के बाद कर्मचारी एकत्र होने लगे। आपस में बातचीत के बाद कर्मचारियों ने सभी खिड़कियां बंद कर दीं और बाहर परिसर में आ गए।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से बचाव का यथोचित इंतजाम न होने से नाराज प्रधान डाकघर के कर्मचारियों का गुस्सा अंतत: फूट पड़ा। डाकघर खुलने के तत्काल बाद कर्मचारियों ने उसे बंद कर दिया और परिसर से बाहर निकलकर प्रदर्शन करने लगे। पीएमजी से बातचीत के दौरान मिले आश्वासन के बाद कर्मचारी काम पर लौटे। ऐसे में दोपहर बाद डाक व्यवस्था बहाल हो सकी।
डाकघरों को सैनिटाइज कराने की मांग
बताते हैं कि तय समय पर डाकघर खुला। डाकघर खुलने के बाद कर्मचारी एकत्र होने लगे। आपस में बातचीत के बाद कर्मचारियों ने सभी खिड़कियां बंद कर दीं और बाहर परिसर में आ गए। कर्मचारियों के कार्यालय से बाहर निकलने की जानकारी जब अधिकारियों को हुई तो उन्होंने मामले की जानकारी ली। पता चला कि कोरोना को लेकर कर्मचारी भयभीत हैं।
महाराजगंज के 17 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव
कर्मचारियों का कहना था कि प्रधान डाकघर सहित सभी उप डाकघरों को सैनिटाइज कराया जाए। प्रधान डाकघर की भीड़ को देखते हुए वहां सुरक्षाकर्मी बढ़ाए जाएं, जिससे कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराया जा सके। गुस्से की बड़ी वजह प्रवर डाक अधीक्षक का वह आदेश भी था, जिसमें पांच कर्मचारियों को महाराजगंज प्रधान डाकघर भेजे जाने की बात कही गई थी। कर्मचारियों का कहना था कि महाराजगंज डाकघर के 17 कर्मचारी अबतक कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, ऐसे में वहां जाने का मतलब कोरोना वायरस को दावत देना है। इससे कर्मचारी काफी भयभीत हैं। बिना सुरक्षा के काम करने का मतलब जान जोखिम में डालने के बराबर है।
पीएमजी ने कर्मचारियों से की बात
प्रदर्शन और डाकघर बंद होने की जानकारी जब पीएमजी संजय सिंह को हुई तो उन्होंने फोन से कर्मचारियों से बात की। आश्वस्त किया कि कर्मचारियों की कोरोना से सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी और महराजगंज पांच की जगह दो ही कर्मचारी भेजे जाएंगे। प्रदर्शन करने वालों में जनार्दन सिंह , संजय राय, रामदरस, कृष्ण कुमार दुबे, कुमार सुमन आदि शामिल रहे।