लगातार बाजार बंद रहने से गोरखपुर की औद्योगिक इकाइयों का उत्पादन घटा Gorakhpur News
Lockdown in Gorakhpur गोरखपुर में लगातार बाजार बंद रहने के कारण औद्योगिक इकाइयों का उत्पादन घट रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार बाजार बंद रहने के कारण औद्योगक इकाइयों के उत्पादन काफी घट गया है। दुकानें बंद होने के कारण माल नहीं बिक पा रहा है। कुछ इकाइयों में फिलहाल कर्मचारियों की संख्या भी कम करनी पड़ी है।
पिछले कुछ सप्ताह से लगातार तीन से चार थाना क्षेत्रों में लॉक डाउन रह रहा है। इसके साथ ही दो दिन के साप्ताहिक बंदी के कारण भी दुकानें बंद रह रही हैं। खाद्य पदार्थों को छोड़कर इस समय लगभग हर तरह के उद्योग में उत्पादन कम हुआ है। तैयार माल बेचने में समस्या आ रही है।
21 दिनों से बन्द है हार्डवेयर की मंडी
धर्मशाला बाजार हार्डवेयर की बड़ी मंडी है लेकिन पिछले कई दिनों से बाजार बंद हैं। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष एवं हार्डवेयर कारोबारी आरएन सिंह ने बताया कि मंडी 24 दिनों से बन्द है। मंडी बन्द होने के कारण उत्पाद बिक नहीं पा रहा है। जिसके कारण उत्पादन कम कर दिया है।
फैक्ट्रियों में डंप है उत्पाद
माल की बिक्री न होने से उद्यमियों को उत्पाद फैक्ट्रियों में ही डंप रखना पड़ रहा है। सामान्य दिनों की तुलना में दो से तीन गुना ज्यादा माल डंप हो गया है। माल न बिकने से आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ रहा है। कर्मचारियों का वेतन एवं बिजली के बिल पर खर्च हो रहा है।
पूर्ण बंदी के पक्ष में हैं उद्यमी
उद्यमी शहर में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में बंदी के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि बंदी करनी है तो एक साथ पूरे शहर में किया जाय। इससे व्यापार भले प्रभावित होगा लेकिन लोग घरों से नहीं निकलेंगे। आधा शहर बन्द रहने से दुकानें भले न खुल रही हों लेकिन सड़क पर लोगों की आवाजाही में कोई कमी नहीं है। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने कहा कि पूर्ण बंदी करनी होगी। वैसे भी उद्योगों की खराब हालत है। पूरी तरह बन्द होने से कम से कम कोरोना के संक्रमण को बचाया जा सकता है। आधा बाजार बंद रहने से भी माल नहीं बिक रहा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा व्यवस्था में भी सुधार की जरूरत है, जिससे लोगों को यहां की व्यवस्था पर विश्वास हो सके।