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North Eastern Railway: हड़ताल के समर्थन में पीआरकेएस ने की सभा Gorakhpur News

संयुक्त महामंत्री आरपी भट्ट ने कहा कि श्रम संगठनों द्वारा लिए गए संयुक्त निर्णय के अनुसार पूरे भारत में हड़ताल है। जिसका एनएफआईआर एवं उससे संबंध पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) पूर्ण समर्थन करता है और आगे भी समर्थन करता रहेगा।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 04:10 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 04:10 PM (IST)
North Eastern Railway: हड़ताल के समर्थन में पीआरकेएस ने की सभा Gorakhpur News
ये भारतीय रेल का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के यांत्रिक कारखाना मंडल इकाई की ओर से श्रम कानून के विरोध में देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया गया। कारखाना मुख्य द्वार पर एक आम सभा आयोजित की गई। अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष श्री डीके तिवारी ने किया।

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संयुक्त महामंत्री आरपी भट्ट ने कहा कि श्रम संगठनों द्वारा लिए गए संयुक्त निर्णय के अनुसार पूरे भारत में हड़ताल है। जिसका एनएफआईआर एवं उससे संबंध पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) पूर्ण समर्थन करता है। केंद्रीय महामंत्री विनोद राय एवं संयुक्त महामंत्री एके सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विजय पाठक, जयप्रकाश सिंह, लक्ष्मी नारायण, सतीश श्रीवास्तव, मदन चौबे, अमित गुप्ता, सुरेंद्र तिवारी, सूरज गुप्ता, आरडी सिंह, परमात्मा सिंह, राजेश पांडेय, शिवकुमार श्रीवास्तव, अल्बर्ट पीटर, अजय गुप्ता, दीपक पांडेय उपस्थित रहे।

लोको रनिंग स्टाफ ने विरोध प्रर्दशन किया

निजीकरण, निगमीकरण, श्रम एवं कृषि कानूनों में संशोधन के खिलाफ सेंट्रल ट्रेड यूनियनों द्वारा हड़ताल को आल इण्डिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने समर्थन दिया। स्टेशन परिसर में डीजल लाबी के सामने विरोध प्रदर्शन तथा गेट मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रीय अध्यक्ष जेएन शाह, क्षेत्रीय महामंत्री विनय शर्मा, पीआरकेएस महामंत्री विनोद राय, संयुक्त महामंत्री एके सिंह ने अपने विचार रखे। इस दौरान सुजीत राय, राजकुमार राय, भारत कुमार आदि मौजूद रहे।

निजीकरण की प्रक्रिया वापस न हुई तो होगी हड़ताल

निजीकरण की प्रक्रिया से नाराज बिजली निगम के अफसरों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। मोहद्दीपुर स्थित मुख्य अभियंता के कार्यालय के सामने नारेबाजी कर अफसरों व कर्मचारियों ने निजीकरण की प्रक्रिया वापस न लिए जाने पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल का एलान किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ऐश्वर्य सिंह ने कहा कि निजीकरण का सबसे ज्यादा नुकसान उपभोक्ताओं को होगा। बिजली की दर प्रति यूनिट 10 रुपये से ज्यादा हो जाएगी। कहा कि केरल की तरह प्रदेश के सभी निगमों का एकीकरण होना चाहिए। ग्रेटर नोएडा का निजीकरण व आगरा का फ्रेंचाइजी करार रद किया जाना चाहिए। दीपक गुप्ता, शिवम चौधरी व प्रमोद यादव ने कहा कि सभी बिजलीकर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जानी चाहिए। इस दौरान बृजेश त्रिपाठी, वीके चौधरी, अखिलेश गुप्ता, विनय यादव, प्रभुनाथ प्रसाद, सरोजिनी सिंह, कौशल शर्मा, शशि कपूर, पंकज गुप्ता आदि मौजूद रहे।


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