गोरखपुर शहर की डेयरियों को बाहर करने की तैयारी, पुलिस की मदद लेगा विभाग Gorakhpur News
नगर निगम क्षेत्र में छह सौ से ज्यादा डेयरियां संचालित हो रही हैं। इन डेयरियों की वजह से न सिर्फ नाले चोक हो जा रहे हैं वरन गंदगी के कारण आसपास रहने वालों का बुरा हाल रहता है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर में चल रही डेयरियों पर अब पुलिस का डंडा चलेगा। कई बार नोटिस देने के बाद भी बंद नहीं हो रही डेयरियों को शहर से बाहर कराने के लिए नगर निगम प्रशासन अब पुलिस की मदद लेगी। निगम जल्द ही सभी थानों को उनके क्षेत्र में चल रहे डेयरियों की सूची उपलब्ध कराएगा।
शहर में छह सौ से ज्यादा डेयरियां
नगर निगम क्षेत्र में छह सौ से ज्यादा डेयरियां संचालित हो रही हैं। इन डेयरियों की वजह से न सिर्फ नाले चोक हो जा रहे हैं वरन गंदगी के कारण आसपास रहने वालों का बुरा हाल रहता है। बीते दिनों प्रदेश सरकार ने शहर के अंदर संचालित सभी डेयरियों को नगर निगम सीमा क्षेत्र से बाहर करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद निगम प्रशासन ने डेयरियों की सूची तैयार की है।
यहां सबसे ज्यादा डेयरियां
वार्ड डेयरियां
बेतियाहाता 25
अंधियारीबाग 23
राजेंद्र नगर पश्चिम 23
महुई सुघरपुर 22
मानबेला 22
अब तक 3680 पशु चिह्नित
नगर निगम ने 52 वार्डों में डेयरियों और पशुओं की संख्या की सूची बना ली है। 52 वार्डों की डेयरियों में वर्तमान में 3680 पशु हैं। अफसरों का कहना है कि 70 वार्डों में पशुओं की संख्या पांच हजार से ज्यादा है।
दूध मिलने में होगी दिक्कत
शहर की छह सौ से ज्यादा डेयरियों में रोजाना 50 हजार लीटर से ज्यादा दूध का उत्पादन होता है। यह दूध शहर में आता है। डेयरियां शहर से बाहर जाने पर दूध मिलने में दिक्कत होगी। ज्यादातर शहर के लोग शुद्धता को देखते हुए सुबह और शाम डेयरियों पर जाकर दूध लेते हैं। डेयरियां शहर के बाहर जाने पर दूध के कारोबारियों के भरोसे रहना पड़ेगा।
दो लाख लीटर से ज्यादा दूध की मांग
शहर में सामान्य दिनों में दो लाख लीटर से ज्यादा दूध की मांग रहती है। त्योहारों और शादी-विवाह के मौसम में मांग ढाई लाख लीटर प्रतिदिन से ज्यादा पहुंच जाती है। डेयरियों के अलावा शहर में पैकेट वाला दूध भी आता है।
सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई सूची
नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि नगर निगम क्षेत्र से डेयरियों को बाहर निकाला जाना है। इसके लिए सूची बनाने का काम अंतिम चरण में है। अब तक तैयार सूची सिटी मजिस्ट्रेट को भेजी गई थी। वहां से सूची संबंधित क्षेत्र के थानों पर भेजने का अनुरोध किया गया है।