ईद की तैयारी : कपड़े के हिसाब से तलाश रहे जूते-चप्पल
ईद पर बाजार सज गया है। किस्म-किस्म के कपड़े और जूते बाजार में आ गए हैं। उसी अनुसार ग्राहकों द्वाराखरीदारी भी की जा रही है।
By Edited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 06:07 AM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 12:10 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। ईद पर पूरा शरीर सजेगा तो पांव आखिर कैसे छूट सकता हैं। उसे सजाने के लिए भी लोगों की पूरी तैयारी है। यही वजह है कि कपड़ा, इत्र और टोपी की दुकान के साथ-साथ फुटवीयर की दुकानों पर खासी भीड़ लग रही है। सभी अपने कपड़ों के मेल से जूता और चप्पल तलाश रहे हैं।
किसी की प्राथमिकता चमड़े की चप्पल और जूते हैं तो कोई गर्मी के मौसम के मद्देनजर अपने चप्पल-जूतों की खरीदारी कर रहा है। मौका देख चप्पल-जूतों की अस्थाई दुकानों ने बाजार में डेरा जमा लिया है। जिससे सभी की जरूरतें पूरी होती दिख रही हैं। ब्रिकी और पंसद को लेकर जब कुछ दुकानदारों और ग्राहकों से चर्चा हुई तो उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह साझा किया।
प्लाजो-सूट पर नागरा जूती लेंगे
मुस्कान का कहना है कि सूट के साथ चप्पल या जूती का जोड़ न हो तो दोनों ही एक-दूसरे की शोभा खराब कर देते हैं। इसलिए मैं इसका पूरा ध्यान रखती हूं। और इस समय तो मौका भी है और दस्तूर भी। ईद नजदीक है, इसे लेकर दुकानदारों ने भी पूरी तैयारी की है। ऐसे में ग्राहकों को मनचाही चीजें मिल रही हैं। मैंने तो इस बार सोच रखा है कि प्लाजो-सूट पर नागरा जूती ही पहनूंगी। अब दोनों का मेल बाजार में खोज रही हूं। बाजार की रौनक देख कर लग रहा है कि उम्मीद पूरी होगी।
मुझे चाहिए लेदर लुक में आरामदेह सैंडिल
आरिफ इकबाल का कहना है कि कुर्ते की खरीदारी कर ली है और सैंडिल की बारी है। बड़ी ख्वाहिश है कि इस बार लेदर लुक में आरामदेह सैंडिल खरीदें। खुदा का शुक्र है कि मेरी पसंद के काफी सैंडिल दुकानदारों ने मंगाए हैं। अब बस यही कोशिश है कि उस सैंडिल को तलाश लूं जो मेरी पर्सनाल्टी पर सूट करे। वैसे पठानी सूट पर कोल्हापुरी चप्पलों का भी कोई जवाब नहीं। मुझे तो कम से कम यह जोड़ बहुत भाता है। कोशिश होगी कि यह शौक भी इस बार की ईद में पूरा करूं।
फैंसी जूती की है ज्यादा माग
कानपुर के फुटवीयर विक्रेता मोहम्मद शाहिद का कहना है कि कानुपर से यहां अस्थायी दुकान लगाने आता हूं। बाजार का ट्रेंड बदलते बहुत बारीकी से देखा है। हर संभव कोशिश होती है कि ट्रेंड के मुताबिक ही माल दुकान पर रखूं। जहा तक इस बार के ट्रेंड की बात है तो महिलाएं की ओर से सर्वाधिक माग डिजाइनर जूती की है। उसका फैंसी स्वरूप महिलाओं को खूब भा रहा है। जूती में हाई हिल पर जोर है। हालाकि चप्पल के बाजार ने अभी दो-चार दिन से ही जोर पकड़ा है। जैसे-जैसे चाद रात का दिन नजदीक आएगा, वैसे-वैसे लोगों का रुझान और ज्यादा पता चलेगा।
किसी की प्राथमिकता चमड़े की चप्पल और जूते हैं तो कोई गर्मी के मौसम के मद्देनजर अपने चप्पल-जूतों की खरीदारी कर रहा है। मौका देख चप्पल-जूतों की अस्थाई दुकानों ने बाजार में डेरा जमा लिया है। जिससे सभी की जरूरतें पूरी होती दिख रही हैं। ब्रिकी और पंसद को लेकर जब कुछ दुकानदारों और ग्राहकों से चर्चा हुई तो उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह साझा किया।
प्लाजो-सूट पर नागरा जूती लेंगे
मुस्कान का कहना है कि सूट के साथ चप्पल या जूती का जोड़ न हो तो दोनों ही एक-दूसरे की शोभा खराब कर देते हैं। इसलिए मैं इसका पूरा ध्यान रखती हूं। और इस समय तो मौका भी है और दस्तूर भी। ईद नजदीक है, इसे लेकर दुकानदारों ने भी पूरी तैयारी की है। ऐसे में ग्राहकों को मनचाही चीजें मिल रही हैं। मैंने तो इस बार सोच रखा है कि प्लाजो-सूट पर नागरा जूती ही पहनूंगी। अब दोनों का मेल बाजार में खोज रही हूं। बाजार की रौनक देख कर लग रहा है कि उम्मीद पूरी होगी।
मुझे चाहिए लेदर लुक में आरामदेह सैंडिल
आरिफ इकबाल का कहना है कि कुर्ते की खरीदारी कर ली है और सैंडिल की बारी है। बड़ी ख्वाहिश है कि इस बार लेदर लुक में आरामदेह सैंडिल खरीदें। खुदा का शुक्र है कि मेरी पसंद के काफी सैंडिल दुकानदारों ने मंगाए हैं। अब बस यही कोशिश है कि उस सैंडिल को तलाश लूं जो मेरी पर्सनाल्टी पर सूट करे। वैसे पठानी सूट पर कोल्हापुरी चप्पलों का भी कोई जवाब नहीं। मुझे तो कम से कम यह जोड़ बहुत भाता है। कोशिश होगी कि यह शौक भी इस बार की ईद में पूरा करूं।
फैंसी जूती की है ज्यादा माग
कानपुर के फुटवीयर विक्रेता मोहम्मद शाहिद का कहना है कि कानुपर से यहां अस्थायी दुकान लगाने आता हूं। बाजार का ट्रेंड बदलते बहुत बारीकी से देखा है। हर संभव कोशिश होती है कि ट्रेंड के मुताबिक ही माल दुकान पर रखूं। जहा तक इस बार के ट्रेंड की बात है तो महिलाएं की ओर से सर्वाधिक माग डिजाइनर जूती की है। उसका फैंसी स्वरूप महिलाओं को खूब भा रहा है। जूती में हाई हिल पर जोर है। हालाकि चप्पल के बाजार ने अभी दो-चार दिन से ही जोर पकड़ा है। जैसे-जैसे चाद रात का दिन नजदीक आएगा, वैसे-वैसे लोगों का रुझान और ज्यादा पता चलेगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें