बिजली कर्मचारी निर्णायक आंदोलन को तैयार, ध्यानाकर्षण कार्यक्रम कल Gorakhpur News
केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर एक सितंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर शाम चार बजे से पांच बजे तक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने निजीकरण के खिलाफ अब आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। समिति की हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि बिजली का निजीकरण करने से न सिर्फ विभागीय कर्मचारी और अधिकारी ही प्रभावित होंगे, अपितु उपभोक्ताओं को सबसे ज्यादा परेशानी होगी। किसी भी कीमत पर बिजली का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो जेल जाने को भी तैयार हैं। समिति के सदस्य इसके लिए तैयार हैं।
आंदोलन से पीछे हटने की जरूरत नहीं
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तय करने को बिजलीकर्मियों ने बैठक की। सभी ने कहा कि किसी भी कीमत पर बिजली निगम का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश के सभी कर्मचारी और अधिकारी इस मुदृे पर एकजुट हैं। बैठक में कहा गया कि पिछली बार के आंदोलन से सरकार को सबक नहीं मिल पाई। अब तो विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति आर-पार की लड़ाई का मन बना चुकी है। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति प्रदेश स्तर पर वृहद आंदोलन करने की तैयारी कर चुकी है। यह तैयारी आज से नहीं हुई है अपितु काफी दिनों से चल रही है। आंदोलन के लिए जो भी निर्णय लिया गया है वह काफी सोच विचार करने के बाद ही लिया गया है। बैठक में कहा गया कि विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के किसी भी सदस्य को घबराने की जरूरत नहीं है। आंदोलन से पीछे हटने की जरूरत नहीं है। इस आंदोलन में पिछली बार की तरह उपभोक्ताओं को भी शामिल किया जाएगा।
निजीकरण से बढ़ेगी रोजगार की समस्या
विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के स्थानीय संयोजक ऐश्वर्य सिंह ने बताया कि केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर एक सितंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर शाम चार बजे से पांच बजे तक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया जाएगा। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने कहा कि बिजली निगम के निजीकरण का बुरा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा। बिजली कंपनियां मनमानी करेंगी। निजीकरण से रोजगार की समस्या और विकराल रूप धारण करेगी। इस दौरान अखिलेश गुप्ता, शिवम चौधरी, प्रमोद यादव, धीरेंद्र त्रिपाठी, विनय यादव, सुजीत ङ्क्षसह, इस्माइल खान, संदीप श्रीवास्तव, सत्येंद्र मौर्य, प्रभुनाथ प्रसाद आदि मौजूद रहे।