गोरखपुर शहर में कटी केबिल, 50 हजार परिवार रात भर अंधेरे में Gorakhpur News
ठेकेदार बुलडोजर से खोदाई करा रहा था। 132 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र मोहद्दीपुर से निकली 33 हजार की अंडरग्राउंड केबिल भारत पेट्रोल पंप के पास आधी कट गई।
गोरखपुर, जेएनएन। यूनिवर्सिटी के पास मोहद्दीपुर रोड पर सड़क चौड़ीकरण का काम करा रहे ठेकेदार की गलती का खामियाजा 50 हजार से ज्यादा परिवारों ने पूरी रात भुगता। ठेकेदार के बुलडोजर ने 33 हजार की लाइन का केबिल काट दिया और बिना बिजली निगम को सूचना दिए चला गया। रात 12.30 बजे कोहरा घना हुआ तो कटी लाइन पर पानी की बूंदों के कारण टाउनहाल, यूनिवर्सिटी और धर्मशाला उपकेंद्र बंद हो गए। सुबह आपूर्ति सामान्य हो सकी।
चल रहा सड़क चौड़ीकरण का कार्य
मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक फोरलेन का काम तेजी से चल रहा है। मोहद्दीपुर से यूनिवर्सिटी तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) सड़क चौड़ीकरण का काम कर रहा है। ठेकेदार बुलडोजर से खोदाई करा रहा था। 132 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र मोहद्दीपुर से निकली 33 हजार की अंडरग्राउंड केबिल भारत पेट्रोल पंप के पास आधी कट गई। केबिल कटते ही धमाका हुआ तो काम बंद कर दिया गया लेकिन ठेकेदार ने बिजली निगम को कोई जानकारी नहीं दी। कटी केबिल से आपूर्ति होती रही। देर रात ओस की बूंदें केबिल पर इकट्ठा हुईं तो आपूर्ति ठप हो गई।
यह घोर लापरवाही
इस संबंध में अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का क हना है कि एनएचएआइ की घोर लापरवाही के कारण तीन उपकेंद्रों के हजारों उपभोक्ता रात भर बिना बिजली के रहे। ठेकेदार अपने मन से काम करा रहे हैं। यदि केबिल कटी थी तो उनको सूचना देनी चाहिए थी। यह बड़ी लापरवाही है। कोई भी हादसा हो सकता था। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला ले आया जाएगा।
असली कारण बेतरतीब केबिल
इस संबंध में एनएचआइ के अभियंता एमके अग्रवाल का कहना है कि बिजली निगम ने अपनी केबिल बेतरतीब डाली है। खोदाई के समय एक जिम्मेदार अफसर की मौजूदगी के लिए कई बार बिजली निगम को पत्र लिखा जा चुका है। फिलहाल यूनिवर्सिटी रोड पर खोदाई का काम रोक दिया गया है।