जांच में पाजिटिव आई रिपोर्ट, अधिकारियों को ढूढ़े नहीं मिल रहे चार संक्रमित Gorakhpur News
जांच में मिले गोरखपुर के चार संक्रमितों को स्वास्थ्य विभाग विभाग ढूंढ रहा है लेकिन उनका पता नहीं चल रहा है। उनका मोबाइल नंबर मिल नहीं रहा है। नाम व पता भी उन्होंने गलत लिखवाया है। यदि ये संक्रमित कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किए तो संक्रमण फैल सकता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वतंत्रता दिवस पर मिले चार संक्रमितों को विभाग ढूंढ रहा है लेकिन उनका पता नहीं चल रहा है। उनका मोबाइल नंबर मिल नहीं रहा है। नाम व पता भी उन्होंने गलत लिखवा दिया है। यदि ये संक्रमित कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किए तो संक्रमण फैल सकता है। इसे लेकर विभाग की चिंता बढ़ गई है।
महराजगंज गए थे, मोबाइल टीम ने लिया था नमूना
सारी सतर्कता के बावजूद गलत नाम-पता लिखवा कर चार लोगों ने नमूना दे दिया। जब तक एंटीजन जांच रिपोर्ट आती, वे गायब हो चुके थे। रिपोर्ट पाजिटिव आने पर उनकी खोज की गई लेकिन वे नहीं मिले। इन संक्रमितों में भटहट के एक दंपती व कौड़ीराम तथा खजनी के एक-एक मरीज हैं। ये सभी लोग महराजगंज रिश्तेदारी में गए थे। वहां से लौट रहे थे तो जिले के बार्डर पर महराजगंज की मोबाइल टीम ने इनका नमूना लिया था। जब इनकी पाजिटिव रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड हुई, तो गोरखपुर निवासी होने के नाते स्वास्थ्य विभाग ने इनकी खोज शुरू की।
नहीं मिल रहा मोबाइल नंबर, नाम-पता भी गलत
पता चला कि उन्होंने जो भी जानकारी दी है, गलत है। मोबाइल पर बात न हो पाने से विभाग ने आशा कार्यकर्ताओं को इनके घर भेजा था। उन्होंने बताया कि इस नाम का कोई व्यक्ति संबंधित गांव में नहीं रहता है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि उन संक्रमितों की खोज की जा रही है। शीघ्र पता लगाकर उनका फिर से नमूना लिया जाएगा तथा उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जाएगी।
24 घंटे में मिला एक संक्रमित
कोरोना संक्रमण की जांच में 24 घंटे में सोमवार को एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई। 28 जुलाई के बाद से ही कोई मौत न होने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 59383 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 58518 ने कोरोना को मात दे दी है। 848 की मौत हो चुकी है। 10 सक्रिय मरीज हैं।