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यह थानेदार नहीं कर रहा था अपराधियों की गिरफ्तारी, हो गया सस्पेंड

तीन माह तक न तो हिस्ट्रीशीटरों की सूची बनाई और न ही अपराधियों की कोई गिरफतारी की। हालांकि उसी तीन माह तक विशेष अभियान चलाया गया था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 10:31 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 10:31 AM (IST)
यह थानेदार नहीं कर रहा था अपराधियों की गिरफ्तारी, हो गया सस्पेंड
यह थानेदार नहीं कर रहा था अपराधियों की गिरफ्तारी, हो गया सस्पेंड

गोरखपुर, (जेएनएन)। एसपी के निर्देश और चलाए गए अभियान के बाद भी एक थानेदार ने किसी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं की। हिस्ट्रीशीटर की सूची तक नहीं बनाया। अपराधी बेखौफ रहे। उसकी मनमानी की जानकारी होने पर एसपी मौके पर पहुंचे और उसे सस्पेंड कर दिया।

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यह वाकया देवरिया जिले के खामपार थाने का है। वहां के थानेदार श्यामधर सिंह के कारण पिछले तीन माह से अपराधी बेखौफ थे। थानेदार पर एसपी की ओर से चलाए जा रहे अभियान को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप है। अपराधियों की गिरफ्तारी, हिस्ट्रीशीटर की निगरानी और कम्यूनिटी पुलि¨सग में एसओ की ओर से कोई रुचि नहीं दिखाई गई। लंबित मामले भी काफी पाए गए।

बताया जाता है कि एसपी खामपार थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। बीते तीन माह से टापटेन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए अभियान की शुरुआत तक नहीं हुई थी। अपराध रजिस्टर, भूमि विवाद रजिस्टर, समाधान दिवस, संपूर्ण समाधान दिवस, एचएस रजिस्टर के रख-रखाव और समावधि तथा चलाए जा रहे अभियान को लेकर विशेष रुचि नहीं ली गई। तीन माह तक अपराधियों को थानेदार ने खुली छूट दे रखी थी। एसपी ने जब थानेदार श्यामधर ¨सह से इसके बारे में पूछताछ की तो वह बगले झांकने लगा। शिकायती पत्रों के निस्तारण में थानेदार की ओर से घोर लापरवाही बरती गई। कैंप कार्यालय पर पहुंचने के बाद एसपी ने थानेदारों के कार्याे की समीक्षा करने के बाद एसओ खामपार श्यामधर ¨सह को निलंबित कर दिया। उन्होंने जिले के सभी थानेदारों को निर्देश जारी किया कि शिकायती पत्रों के निस्तारण और टापटेन बदमाशों की गिरफ्तारी में अगर थानेदार रुचि नहीं दिखाएंगे तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी। लगातार दो दिनों से हो रही विभागीय कार्रवाई से महकमे में खलबली मची हुई है। पुलिस अधीक्षक एन. कोलांची ने इस संबंध में कहा कि थाने के टापटेन बदमाशों की गिरफ्तारी व क्षेत्र के सबसे विवादित गांव की सूची तैयार करने का निर्देश तीन माह पहले थानेदारों को दिया गया था। अधिकांश की ओर से अभियान में लापरवाही बरती जा रही है। जांच कर थानेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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