अशोक हत्याकांड में दो साल बाद दर्ज हुआ था मुकदमा, 15 माह विवेचना के, अब लगा दिया एफआर Gorakhpur News
कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सरपतहा टोला कुसहवा निवासी 36 वर्षीय अशोक कुमार पुत्र सीताराम 25 अक्टूबर 2016 को घर से काम करने निकला पर शाम को वापस नहीं लौटा।
गोरखपुर, जेएनएन। चिलुआताल क्षेत्र के अशोक हत्याकांड में एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाकर फाइल बंद करने के मामले की अब दोबारा जांच होगी। सीओ कैंपियरगंज ने गहन जांच के निर्देश देकर अशोक हत्याकांड की बंद फाइल खोलवा दी है।
हफ्ते भर बाद बरामद हुआ था शव
कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सरपतहा टोला कुसहवा निवासी 36 वर्षीय अशोक कुमार पुत्र सीताराम 25 अक्टूबर 2016 को घर से काम करने निकला पर शाम को वापस नहीं लौटा। उसका रक्त रंजित शव चिलुआताल थाना क्षेत्र के मानीराम चिउंटहा स्थित पेट्रोल पंप के पास चार नवंबर 16 को बरामद हुआ था।
केस दर्ज करने के लिए पुलिस ने लगा दिया दो साल
हत्या के इस मामले में मृतक के पिता सीताराम की तहरीर पर चिलुआताल पुलिस ने केस दर्ज करने में करीब दो वर्ष लगाया था और 31 अक्टूबर 2018 को मृतककी पत्नी रंभा, संतराज, अ'छेलाल, राजेश्वर निवासी सरपतहा व मेडिकल कालेज, गुलरिहा निवासी व ठेकेदार रमेश के खिलाफ हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा में केस दर्ज किया था। पिता सीताराम का कहना है कि अवैध संबंध में बाधक बनने पर पुत्र अशोक की हत्या कराई गई थी।
विवेचना में भी लगा दिया 15 माह
हत्या के इस केस की विवेचना में चिलुआताल पुलिस ने 15 माह लगाए। हत्या को आत्महत्या बताकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी और जनवरी 20 में फाइल सीओ कैंपियरगंज को भेज दी। सीओ कैंपियरगंज दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अशोक हत्याकांड की फाइल दोबारा खोलने व गहन जांच करने का निर्देश थानेदार चिलुआताल को दिया है।