नकली नोटों की जांच के लिए अलग थाना बनेगा, दारोगा होंगे प्रशिक्षित Gorakhpur News
फर्जी नोटों की जांच के लिए अब अलग थाना बनाया जाएगा। इसके लिए लखनऊ में दारोगाओं का प्रशिक्षण होगा। थानों की सूची बना ली गई है।
By Edited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 10:30 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 03:19 PM (IST)
गोरखपुर/सिद्धार्थनगर, प्रशांत सिंह। बाजार में नकली करेंसी की आमद रोकने और इस मामले में प्रभावी कार्रवाई के लिए प्रदेश के हर जिले में एक नोडल थाना बनाया जाएगा,जहां नकली करेंसी के मामले दर्ज किए जाएंगे। नोडल थाने के इंस्पेक्टर,दारोगा इस तरह के मामलों में तफ्तीश के लिए खासतौर से प्रशिक्षित किए जाएंगे। केंद्रीय वित्त मंत्रालय से आए निर्देश के बाद यूपी एटीएस के एडीजी असीम अरुण ने हर जिले में एक थाने को एफआइसीएन (फेक इंडियन करेंसी नोट) को नोडल थाना नामित करने का निर्देश दिया है। गोरखपुर और बस्ती मंडल में इसके लिए नोडल थाने नामित कर दिए गए हैं।
शासन से आए निर्देश के अनुसार एटीएस व आरबीआइ की ओर से लखनऊ में सात जुलाई को तीन घंटे की कार्यशाला आयोजित होगी। इसमें नोडल थानों के इंस्पेक्टर व दारोगा प्रशिक्षित किए जाएंगे। आयोजन सचिव उत्तर प्रदेश भगवान स्वरूप ने आरबीआइ के राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक का हवाला देते हुए कहा है कि प्राय: नकली करेंसी के संबंध में पुलिस एफआइआर नहीं दर्ज करती है।
नकली नोट की पहचान व लेने से इन्कार भी कर देती है। ऐसे में पुलिस को नकली करेंसी के संबंध में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इस क्रम में महाप्रबंधक आरबीआइ पंकज कुमार के प्रदेश शासन को भेजे गए पत्र का हवाला दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक एटीएस ने आरबीआइ लखनऊ के अधिकार क्षेत्र में पडऩे वाले 40 के सापेक्ष 20 जनपदों के नोडल पुलिस स्टेशनों के लिए संबंधित जिलों के नोडल थानों में इसके लिए इंस्पेक्टर व दारोगा की तैनाती के लिए कहा है।
गौरतलब है कि 28 जुलाई 2008 को एसबीआइ डुमरियागंज की करेंसी चेस्ट से 4.25 करोड़ रुपये नकली पकड़े गए थे। 2011 में ढेबरूआ थाना क्षेत्र में एक लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद हुई थी। सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर ङ्क्षसह ने कहा कि जिले में सदर थाने को नोडल के रूप में चिह्नित किया गया है।
यह थाने बनेंगे नोडल
जनपद पुलिस स्टेशन
गोरखपुर कैंट
कुशीनगर कोतवाली पडरौना
देवरिया नगर कोतवाली
महराजगंज सोनौली
बस्ती नगर कोतवाली
सिद्धार्थनगर सदर थाना
संतकबीर नगर खलीलाबाद
शासन से आए निर्देश के अनुसार एटीएस व आरबीआइ की ओर से लखनऊ में सात जुलाई को तीन घंटे की कार्यशाला आयोजित होगी। इसमें नोडल थानों के इंस्पेक्टर व दारोगा प्रशिक्षित किए जाएंगे। आयोजन सचिव उत्तर प्रदेश भगवान स्वरूप ने आरबीआइ के राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक का हवाला देते हुए कहा है कि प्राय: नकली करेंसी के संबंध में पुलिस एफआइआर नहीं दर्ज करती है।
नकली नोट की पहचान व लेने से इन्कार भी कर देती है। ऐसे में पुलिस को नकली करेंसी के संबंध में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इस क्रम में महाप्रबंधक आरबीआइ पंकज कुमार के प्रदेश शासन को भेजे गए पत्र का हवाला दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक एटीएस ने आरबीआइ लखनऊ के अधिकार क्षेत्र में पडऩे वाले 40 के सापेक्ष 20 जनपदों के नोडल पुलिस स्टेशनों के लिए संबंधित जिलों के नोडल थानों में इसके लिए इंस्पेक्टर व दारोगा की तैनाती के लिए कहा है।
गौरतलब है कि 28 जुलाई 2008 को एसबीआइ डुमरियागंज की करेंसी चेस्ट से 4.25 करोड़ रुपये नकली पकड़े गए थे। 2011 में ढेबरूआ थाना क्षेत्र में एक लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद हुई थी। सिद्धार्थनगर के पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर ङ्क्षसह ने कहा कि जिले में सदर थाने को नोडल के रूप में चिह्नित किया गया है।
यह थाने बनेंगे नोडल
जनपद पुलिस स्टेशन
गोरखपुर कैंट
कुशीनगर कोतवाली पडरौना
देवरिया नगर कोतवाली
महराजगंज सोनौली
बस्ती नगर कोतवाली
सिद्धार्थनगर सदर थाना
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