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सिद्धार्थनगर में लोगों के दुख-दर्द को बांट रहे पुलिस जवान

एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि आपदा काल में पुलिस सभी के सहयोग में लगी है। अगर किसी को कोई परेशानी है तो पुलिस उसकी मदद में आगे आएगी। कोरोना संक्रमण के इस समय में भी पुलिस जवान अपना नैतिक कर्तव्य नहीं भूलें है। पूरे दिन की ड्यूटी के बाद भी वह सामाजिक कार्य में हिस्सेदारी कर रहे हैं। यह सराहनीय है। आगे भी पुलिस सभी कसौटियों पर खरी उतरेगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 06:25 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 06:25 AM (IST)
सिद्धार्थनगर में लोगों के दुख-दर्द को बांट रहे पुलिस जवान
सिद्धार्थनगर में लोगों के दुख-दर्द को बांट रहे पुलिस जवान

सिद्धार्थनगर : कोरोना संक्रमण के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग हलकान हो गए हैं। परेशान-हाल लोगों की मदद में पुलिस के जवान आगे बढ़ रहे हैं। शव का अंतिम संस्कार कराने से लेकर बेटियों के शादी में सहयोग करने में लगे हैं। इनका कहना है कि इस आपदा काल में अगर किसी के काम आ सकें तो मनुष्य का जीवन पाना सफल हो जाएगा।

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जब कोरोना के कारण नजदीक के रिश्तेदार भी साथ नहीं दे रहे हैं। शव के पास आने की छोड़िए, हालचाल भी कोई नहीं ले रहा। ऐसे में पुलिस आगे आ रही है। एक पखवारा के भीतर दो थानों की पुलिस ने दो शव का विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार कराया। एक निराश्रित विधवा की पुत्री के विवाह में उपहार में सामान देने के साथ बारातियों के भोजन की व्यवस्था कराई। वहीं बिस्कोहर चौकी की पुलिस बिना मास्क के घूमने वाले बच्चों को जागरूक कर रही है। इन्हें मास्क भी दे रही है। केस एक

आठ मई को बिस्कोहर पुलिस चौकी क्षेत्र के फूलपुर पांडेय गांव निवासी बिट्टा की पुत्री का विवाह था। करीब एक वर्ष पूर्व पति गुल्ली की मौत होने के बाद मां बिट्टा ने पुत्री का विवाह तय किया। कोरोना संक्रमण के कारण विवाह की तैयारी नहीं पूरी हो सकी। यह जानकारी किसी ने बिस्कोहर चौकी की पुलिस को दी। प्रभारी पुलिस चौकी राजेश शुक्ला ने उपहार स्वरूप एक साइकिल, बरातियों के भोजन के लिए राशन की व्यवस्था भी किया। इसके अलावा चौकी पुलिस बिना मास्क के बाहर घूम रहे बच्चों को भी जागरूक कर रही है। इन्हें मास्क देने के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भी प्रेरित कर रही है। केस दो

दस मई को सदर थाना क्षेत्र के कांशीराम आवासीय कालोनी के अर्धनिर्मित फ्लैट में बिहार के बेगूसराय निवासी कुमार मनोज उर्फ मनोज कुमार का शव मिला था। सिर व चेहरे पर लोहे के एंगल से मारकर उसकी हत्या की गई थी। पिता बसंतदास कोरोना पाजिटिव थे। स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल के एमसीएच विग में उन्हें आइसोलेट किया था। पोस्टमार्टम के बाद कुमार मनोज का शव लेने के लिए रिश्तेदार नहीं पहुंचे। पुलिस की ओर से सूचना मिलने पर वह कन्नी काटते रहे। ऐसे में सदर थाना के पुलिस जवान आगे आए। एसओ सदर छत्रपाल सिंह के नेतृत्व शव को कंधा दिया। जमुआर नाला स्थित घाट पर विधिविधान से अंतिम संस्कार कराया।

एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि आपदा काल में पुलिस सभी के सहयोग में लगी है। अगर किसी को कोई परेशानी है तो पुलिस उसकी मदद में आगे आएगी। कोरोना संक्रमण के इस समय में भी पुलिस जवान अपना नैतिक कर्तव्य नहीं भूलें है। पूरे दिन की ड्यूटी के बाद भी वह सामाजिक कार्य में हिस्सेदारी कर रहे हैं। यह सराहनीय है। आगे भी पुलिस सभी कसौटियों पर खरी उतरेगी।


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