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UP में अपराधियों की अब खैर नहीं, गोरखपुर के माफिया राकेश का ध्वस्त हो सकता है आशियाना; इन पर भी तगड़ा एक्शन

गोरखपुर के माफियों के खिलाफ पुलिस एक्शन में है। पुलिस ने माफिया राकेश यादव के मकान की जांच के लिए जीडीए को पत्र लिखा है। नियम विरुद्ध मिलने पर मकान को ध्वस्त कराने को कहा गया है। वहीं अन्य माफियाओं की निगरानी में भी पुलिस सक्रिय है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Thu, 01 Jun 2023 08:12 AM (IST)Updated: Thu, 01 Jun 2023 08:12 AM (IST)
UP में अपराधियों की अब खैर नहीं, गोरखपुर के माफिया राकेश का ध्वस्त हो सकता है आशियाना; इन पर भी तगड़ा एक्शन
गोरखपुर में माफिया अजीत, सुधीर, राकेश व विनोद। (फाइल फोटो)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिले की टॉप-10 और प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल माफिया राकेश यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पुलिस ने झुंगिया स्थित मकान की जांच के लिए जीडीए को पत्र लिखा है। साथ ही मानक व नक्शे की जांच करने को कहा और नियम विरुद्ध मिलने पर ध्वस्त कराने को कहा है। वहीं, राकेश पर एक व्यक्ति ने जमीन के लिए रंगदारी मांगने व धमकी का आरोप लगाया है। पुलिस आरोपों की जांच करते हुए केस दर्ज करने की तैयारी में है। राकेश व पत्नी और अन्य रिश्तेदारों व गुर्गों की संपत्ति का ब्योरा जुटा रही है। इसके बाद पुलिस संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी करेगी।

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माफिया के खिलाफ दर्ज हैं 50 मुदकदमे

पुलिस के अनुसार इस समय राकेश पर अलग-अलग मामलों में 50 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें पीपीगंज में गैंगस्टर समेत चार केस हैं, जिसकी पुलिस प्रभावी पैरवी कर सजा दिलाएगी। बता दें कि राकेश का नाम ओमप्रकाश पासवान हत्याकांड में शामिल था। माफिया राकेश यादव पर कार्रवाई करने के लिए नोडल बनाए गए एसपी उत्तरी ने बताया कि जीडीए को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है। प्रभावी पैरवी के लिए चार मुकदमों को चिह्नित किया गया है।

माफिया विनोद के भाइयों की तलाश में ससुराल पहुंची पुलिस

गोरखपुर, जिले की टॉप 10 व यूपी के 61 माफिया की सूची में शामिल 25 हजार का इनामी विनोद उपाध्याय के भाइयों की तलाश में पुलिस ने मंगलवार की पूरी रात कई जिलों में दबिश दी गई। यद्यपि किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस विनोद के दोनों भतीजे निहाल व सावन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इनकी निशानदेही पर देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना के बरपार स्थित विनोद की ससुराल में दबिश दी। पुलिस ने जांच में पाया है कि कुर्की के डर से माफिया संपत्तियों को छिपा रहा है। माफिया का एक भाई रेलवे में ठीकेदारी और रीयल एस्टेट का कारोबार संभाल रहा है। दूसरा भाई अन्य कारोबार देख रहा है।

प्रदेश व जिले की टॉप- 10 सूची में शामिल होगा अजीत

पुलिस अजीत शाही का भी नाम माफिया की सूची में दर्ज कराने की तैयारी में है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसका नाम यूपी के 61 और जिले की टाप 10 सूची में दर्ज कराया जाएगा। उसके अवैध कारोबार व संपत्ति समेत उससे संबंध रखने वाले अपराधियों व जमानतदारों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।


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