बीएसएनएल का सिम नहीं इस्तेमाल करेगा पुलिस महकमा, जानें-क्या है मामला Gorakhpur News
बीएसएनएल का इंटरनेट बड़ी धीमी गति से चलता है। इससे पुलिस के लिए सबसे अधिक दिक्कत ऑनलाइन एफआइआर दर्ज करने और पर्चा काटने में हो रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। इंटरनेट कनेक्टिविटी ठीक न होने से पुलिस विभाग का विश्वास बीएसएनएल से उठ गया है। इंटरनेट की स्पीड कम होने के कारण क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) से जुड़े जिले के सभी थानों के पुलिस कर्मी और अधिकारी काफी परेशान हैं।
इंटरनेट की स्पीड कम होने से एफआइआर दर्ज करने में लगता है समय
पुलिस के लिए सबसे अधिक दिक्कत ऑनलाइन एफआइआर दर्ज करने और पर्चा काटने में हो रही है। इससे निजात पाने के लिए अधिकारियों ने निजी कंपनी का हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन लेने की तैयारी शुरू कर दी है। ताकि समस्याओं का त्वरित निदान करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
थानों में कनेक्टिविटी की समस्या यथावत
सीसीटीएनएस परियोजना में सबसे बड़ी अड़चन इंटरनेट की रहती है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद थानों में कनेक्टिविटी की समस्या है। कनेक्टिविटी आती भी है, तो स्पीड नहीं मिल पाती, जिससे ऑनलाइन काम किया जा सके। इस वजह से आम लोगों को ऑनलाइन सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जिनमें ई-एफआइआर, चरित्र प्रमाणपत्र, सत्यापन आदि कार्य शामिल हैं। एफआइआर भी 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन नहीं हो पा रही है।
निजी कंपनी के हाईस्पीड नेटवर्क से जुडऩे की तैयारी
महकमे के आला अधिकारियों ने दूसरा विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। निजी कंपनी की हाई स्पीड इंटरनेट सेवा से थानों व पुलिस कार्यालय को जोडऩे की तैयारी अंतिम दौर में है। एसएसपी ने सेवा प्रदाता कंपनियों से प्रस्ताव मांगा है। शर्तों पर सहमति बनने के बाद बीएसएनएल की इंटरनेट सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
थानों के साथ सरकारी कार्यालय का कामकाज भी प्रभावित
इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्त का कहना है कि इंटरनेट की स्पीड कम होने की वजह से थानों के साथ ही सरकारी कार्यालय का कामकाज प्रभावित हो रहा है। थानों के साथ ही पुलिस विभाग के सभी कार्यालय को हाईस्पीड नेटवर्क से जोडऩे की तैयारी चल रही है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।