Gorakhpur में इनामी हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, गिरफ्तारी के बाद उसके कार्यालय पर चला बुलडोजर
Gorakhpur News जिले के पीपीगंज के रेलवे परिसर में अवैध रूप से हिस्ट्रीशीटर भोला यादव ने कार्यालय खोला था। मंगलवार की रात में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपित भाला ने चार दिन पूर्व अपने साथियों के साथ मिलकर कस्बे में दो व्यापारी भाइयों की बेरहमी से पिटाई की थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददता। गोरखपुर जिले के पीपीगंज थाने का इनामी हिस्ट्रीशीटर अखिलेश उर्फ भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद बुधवार दोपहर को उसके अवैध कार्यालय पर रेलवे ने बुलडोजर चलाया। उसने पीपीगंज रेलवे परिसर में अतिक्रमण करके अपना कार्यालय बनाया हुआ था।
यह है मामला
पीपीगंज में व्यापारी भाइयों की सरेआम बेरहमी से पिटाई करने वाले हिस्ट्रीशीटर अखिलेश उर्फ भोला यादव को मंगलवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह बस्ती में छिपा था। पुलिस ने उस पर 20 हजार रुपये का इनाम रखा था। आरोपित पर मुकदमा दर्ज करने के बाद से ही पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही थी। बुधवार को रेलवे प्रशासन ने पीपीगंज रेलवे स्टेशन के सामने बनाए गए उसके कार्यालय को ढहा दिया।
रेलवे की भूमि में बना था कार्यालय
उसका कार्यालय रेलवे की भूमि में बनाया गया था। उसके साथ ही साथ रेलवे परिसर में अतिक्रमण करने वाले कुछ और लोगों के भी मकान ढहाए गए हैं। बता दें मंगलवा को ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.गौरव ग्रोवर ने दावा किया था जल्द भोला की गिरफ्तारी होगी। हालांकि एसओजी टीम ने रात में ही उसे बस्ती से गिरफ्तार कर लिया।
हिस्ट्रीशीटर ने तोड़ा था व्यापारी भाइयों का हाथ
बता दें बीते छह अगस्त को अखिलेश उर्फ भोला यादव ने पीपीगंज कस्बे में व्यापारी रमेश कुमार व उनके भाई अशोक कुमार को बेरहमी से मार पीट कर हाथ तोड़ दिया था। उनकी मां उन्हें बचाने गईं तो आरोपित ने उन्हें भी पीटा। घटना के बाद से ही पुलिस भोला की तलाश में जुटी हुई थी। तीन दिन बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला तो गोरखपुर पुलिस ने उस पर पुरस्कार घोषित कर दिया। भोला वर्तमान में सहजनवां थाने के भिटहा में रहता है। घटना के बाद से ही वह फरार था। वह बस्ती में छिपा हुआ था। एसओजी को इसकी भनक लगी तो पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था।