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माफिया रामू द्विवेदी के करीबियों पर पुलिस कस रही शिकंजा, गिरफ्तारी के लिए दी गई दबिश

देवरिया जिले के पूर्व एमएलसी व माफिया संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के जेल जाने के बाद करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। देवरिया गोरखपुर कुशीनगर के अलावा पड़ोसी प्रांत बिहार में भी मुकदमे में आठ आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 12:30 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 12:30 PM (IST)
माफिया रामू द्विवेदी के करीबियों पर पुलिस कस रही शिकंजा, गिरफ्तारी के लिए दी गई दबिश
भुजौली कालोनी स्थित पूर्व एमएलसी माफिया संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के आवास पर पसरा सन्नाटा। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले के पूर्व एमएलसी व माफिया संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के जेल जाने के बाद करीबियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर के अलावा पड़ोसी प्रांत बिहार में भी मुकदमे में आठ आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। हालांकि नामजद आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लग सके। उधर आरोपितों के छह करीबियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।

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एसओजी ने कई जगह दी दबिश

सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित दो थानों की पुलिस के साथ ही एसओजी ने रातभर शहर के अबूबकर नगर, मईल थाना क्षेत्र के अलावा गोरखपुर, कुशीनगर में भी दबिश दी। इसके अलावा पुलिस ने पड़ोसी प्रांत बिहार के सिवान व गोपालगंज जनपद में भी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। वहां से भी पुलिस को बैरंग ही लौटना पड़ा। एक साथ पड़ी दबिश से रामू के करीबियों में खलबली मच गई है। रंगदारी मांगने व फायरिंग कर जानलेवा हमला करने के मामले में उत्तर प्रदेश के माफिया व बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू तथा तीन करीबियों को पुलिस ने जेल भेज दिया।

12 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था रंगदारी मांगने का मामला

शहर के व्यवसायी निकुंज अग्रवाल से रंगदारी मांगने के मामले में वर्ष 2012 में रामू द्विवेदी समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें कुणाल मल्ल, बजरंगी तिवारी, भलुअनी थाना क्षेत्र के सोनाड़ी रहने वाले महिप सिंह, मईल थाना क्षेत्र के बगहा के रहने वाले आशुतोष मिश्र, अबूबकर नगर के रहने वाले सुहेल खान, भुजौली कालोनी के रहने वाले पूर्व सभासद रमेश मल्ल, मदनपुर थाना क्षेत्र के गनियारी के रहने वाले विशाल राव, रामगुलाम टोला के संजय चौरसिया, खुखुंदू थाना क्षेत्र के सुविखर का रहने वाला मनीष मिश्रा समेत 12 लोग शामिल हैं। एक दिन पूर्व इस मामले में रामू द्विवेदी, कुणाल मल्ल, बजरंगी तिवारी व मनीष मिश्रा को जेल भेजा जा चुका है। अन्य की गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है।

शुगर ज्यादा होने के चलते दो रोटी व मूंग की दाल खाई

लग्जरी जीवन जीने वाला माफिया संजीव द्विवेदी को सात नंबर बैरक में उसके तीन और साथियों के साथ रखा गया है। रात को उसने दो रोटी व मूंग की दाल खाई। इसके पहले उसे शुगर होने के चलते इंजेक्शन दिया गया। पूरी रात अपनी बैरक में जमीन पर लेट कर करवट बदलते रहा। अपने सहयोगियों के साथ बारह बजे रात तक बात की और सहयोगियों के सोने के बाद भी वह परेशान रहा। जबकि सुबह छह बजे सोकर उठा और बैरक में ही कुछ देर तक टहलता रहा। सुबह आठ बजे भिगोया चना व बिना चीनी की दलिया दी गई। देर रात जेल में जब चिकित्सक देखने पहुंचे तो रामू ने अपने दर्द को उनसे साझा किया।

कल तक थे खास, अब हो गए हैं भूमिगत

माफिया रामू द्विवेदी के अपने को खास कहने वाले लोग अब भूमिगत नजर आने लगे हैं। करीब रहने वाले लोगों के मोबाइल नंबर बंद हो गए हैं और लोग अपने घरों को भी छोड़ दिए हैं। जेल के आसपास कोई भी करीबी नजर नहीं आया। उधर पुलिस करीबी रहने वाले लोगों के मोबाइल काल डिटेल खंगाल रही है और कुछ लोगों पर नजर भी रख रही है।

पुलिस टीम आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दे रही दबिश

एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि गैंग में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। जल्द माफिया के अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

संजय के मामले में विवेचक ने रामू पर बढ़ाई हत्या के प्रयास व रंगदारी की धारा

पूर्व विधान परिषद सदस्य व माफिया संजीव द्विवेदी उर्फ रामू पर एडीजी के सख्त होने के बाद पुलिसिया शिकंजा कसने लगा है। सात साल बाद गोलीकांड की विवेचना न्यायालय के आदेश पर शुरू हो गई है।पहले ही दिन विवेचक ने हत्या के प्रयास व रंगदारी की धारा बढ़ा दी। साथ ही अब रिमांड लेने की तैयारी में पुलिस जुट गई है। दो से तीन दिनों के अंदर इस प्रकरण में भी पुलिस रिमांड ले लेगी। उधर पुलिस रामू के उपर गैंगस्टर लगाने की तैयारी कर रही है।

2014 में रामू के आवास पर हुई थी फायरिंग

माफिया रामू द्विवेदी के भुजौली कालोनी स्थित आवास पर फरवरी 2014 में फायरिंग हुई। व्यापारी संजय केडिया के एक नजदीकी को गोली लग गई और वह घायल हो गया था। इस मामले में संजय केडिया की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। राजनीतिक पहुंच के चलते इसकी जांच कुशीनगर स्थानांतरित हो गई। बाद में जांच अधिकारी ने हत्या के प्रयास व अन्य धाराओं को कम करते हुए चार्जशीट दाखिल कर दी। एडीजी के सख्त होने के बाद पुलिस ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर पुन: विवेचना की मांग की। न्यायालय से आदेश मिलने के बाद सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर राजू सिंह ने इसकी विवेचना शुरू कर दी है। मेडिकल के आधार पर हत्या के प्रयास व रंगदारी की धारा माफिया व उसके सहयोगियों के खिलाफ बढ़ा दी। पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि विवेचना शुरू होने के साथ ही धारा बढ़ा दी गई है। जल्द ही इस मामले में भी रिमांड ली जाएगी और फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू हो गई है।

काल डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस

पूर्व विधान परिषद सदस्य व माफिया रामू द्विवेदी के करीबी व आरोपितों पर पुलिस की शिकंजा अब कसने लगा है। करीबियों के मोबाइल काल डिटेल निकाल कर उन तक पहुंचने में पुलिस जुट गई है।


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