Gorakhpur University: स्नातक में तृतीय श्रेणी होने पर पीएचडी प्रवेश निरस्त, जिम्मेदारों से स्पष्टीकरण
कुलसचिव डा. ओमप्रकाश ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि जिन विद्यार्थियों के पास शोध अध्यादेश-2018 के अनुसार न्यूनतम अर्हता नहीं है उनका पीएचडी में प्रवेश हरगिज न लिया जाए।
गोरखपुर, जेएनएन। तृतीय श्रेणी में स्नातक पास कर पीएचडी में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का पंजीकरण दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। पंजीकरण के निरस्तीकरण का निर्णय उ'च स्तरीय संकायाध्यक्ष सलाहकार समिति ने लिया है। यही नहीं ऐसे अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश की अनुशंसा करने के जिम्मेदार लोगों से विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्टीकरण भी मांगा है।
उच्च स्तरीय संकायाध्यक्ष सलाहकार समिति ने लिया निर्णय
सत्र 2019-20 में पीएचडी में स्नातक में तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों का भी प्रवेश ले लिया गया था। इसे लेकर जनवरी 2020 में जमकर हंगामा हुआ था। विद्याॢथयों ने भेदभाव और नियमों की अनदेखी कर प्रवेश लेने की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की थी। उसके बाद कुलपति की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय संकायाध्यक्ष सलाहकार समिति गठित की कर दी गई थी। 15 जनवरी को कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक मेंं निर्णय लिया गया कि स्नातक में द्वितीय श्रेणी से कम अंक पर प्रवेश लिया जाना शोध अध्यादेश-2018 का उल्लंघन है। इसलिए ऐसे सभी प्रवेश निरस्त किए जाएं।
सिर्फ अर्हता वालों को ही मिलेगा प्रवेश
कुलसचिव डा. ओमप्रकाश ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि जिन विद्यार्थियों के पास शोध अध्यादेश-2018 के अनुसार न्यूनतम अर्हता नहीं है, उनका पीएचडी में प्रवेश हरगिज न लिया जाए। बता दें कि विश्वविद्यालय में सत्र 2019-20 में स्नातक में द्वितीय श्रेणी से कम अंक पाने वाले दस से ज्यादा प्रवेश लिए गए हैं। यह प्रवेश राजनीति विज्ञान, दर्शनशास्त्र, संस्कृत, गणित, जीव विज्ञान विषय में हुए हैं।
रेट के लिए छात्रों को भेजी गई सूचना
शोध पात्रता परीक्षा के फिर से आयोजन को लेकर दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। 19 जनवरी को होने वाली आनलाइन परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय की ओर से उनके मेल पर इस बाबत सूचना भेज दी गई है। इस परीक्षा में शामिल होने का अवसर उन्हीं अभ्यर्थियों को दिया गया है, जो 10 जनवरी हो हुई रेट के आयोजन के दौरान विमल महिला महाविद्यालय परीक्षा केंद्र आई सर्वर की दिक्कत की वजह से परीक्षा नहीं दे सके थे। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस बाबत जारी विज्ञप्ति के अनुसार जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा संबंधी मेल नहीं मिला है, वह रेट के हेल्प डेस्क के ई-मेल आइडी पर अपना नाम, विषय, रजिस्ट्रेशन नंबर व रजिस्टर्ड मेल पर सोमवार को 11 बजे तक जरूरी भेज दें, जिसे उनका परीक्षा में शामिल होना सुनिश्चित किया जा सके।