गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रत्यक्ष देखना और सुनना एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। उनकी एक-एक बात न केवल परीक्षा के भय से मुक्ति दिलाने वाली रही, बल्कि जीवन के लिए मार्गदर्शक मंत्र भी बन गई। यह कहना है केंद्रीय विद्यालय नंबर-एक की कक्षा 11वीं की छात्रा कुमारी शिवांगी का। वह शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री के “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम में जनपद से चयनित प्रतिभागी के तौर पर शामिल थीं। शिवांगी ने कहा कि पीएम ने हमें बताया कि अपने समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें। सफलता का कोई शॉर्टकट न अपनाएं, सफलता इससे कभी नहीं मिलती है। साथ ही यह भी कहा कि मां-बाप को बच्चों पर पढ़ाई के लिए अधिक दबाव नहीं बनाना चाहिए, लेकिन बच्चों को भी अपनी क्षमता से कम नहीं करना चाहिए।
‘अभिनव प्रयोग है एग्जाम वारियर’
राजकीय जुबिली इंटर कालेज में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान शुक्रवार को मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश महामंत्री व एमएलसी अनूप गुप्ता ने कहा कि ‘एग्जाम वारियर’ देश के बच्चों के लिए एक अभिनव प्रयोग है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास जगाने वाला कार्यक्रम है। जीवन अनमोल है। परीक्षाएं आती और जाती हैं, हिम्मत नहीं हारना चाहिए। इस अवसर पर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डा. सत्येंद्र सिन्हा, अच्युतानंद शाही, सिद्धांतों तथा राजेश चंद गुप्ता मौजूद रहे।
क्या कहते हैं छात्र
- कक्षा-12 के प्रियांशु चौरसिया ने कहा परीक्षा के दौरान मन में कई तरह के संशय रहते हैं। “परीक्षा पे चर्चा” में प्रधानमंत्री के मंत्र से हमें उनका समाधान मिला। पीएम ने बताया कि हमें किसी की अपेक्षा पर ध्यान देने की बजाय अपनी इच्छानुसार काम करना चाहिए।
- कक्षा-10 की नीति यादव ने कहा कि पीएम सर ने “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम में ऐसी हर बात उठाई गई, जिनसे मेरे जैसे अनेक छात्र परीक्षा के दौरान जूझते हैं। मेहनत करने के स्मार्ट तरीके की बात हो या डिजिटल उपवास की, इन बातों ने हमारे लिए मोटिवेशन बूस्टर का काम किया।
- कक्षा-10 के निखिल साहू ने बताया कि “परीक्षा पे चर्चा” में प्रधानमंत्री जी की यह सलाह हमें काफी अच्छी लगी कि परीक्षा के दौरान दिमाग में ताजगी के साथ सबसे पहले उस विषय को पढ़ने का प्रयास करें, जिसमें आपको कठिनाई आती है। उन्होंने छात्रों को आत्मनिरीक्षण की भी सलाह दी।
‘पीएम की प्रेरणा से परीक्षा को सहज भाव में ले रहे विद्यार्थी’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से विद्यार्थियों की सोच में बड़ा परिवर्तन आया है। जो विद्यार्थी पहले दिशाभ्रमित रहते थे। परीक्षा के दौरान दिग्भ्रमित हो जाते थे, वे अब परीक्षा को सहज भाव में ले रहे हैं। पिछले छह वर्षों के अंदर परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री की प्रेरणा व प्रयास से विद्यार्थियों को संबल मिला है। जिसके सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। महात्मा गांधी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन है। यह एक अभियान है, एक छात्र जागरण है।
संभवत: आजादी के बाद भारतवर्ष में शिक्षा के क्षेत्र में किसी प्रधानमंत्री द्वारा किया जाने वाला प्रथम और अप्रतिम प्रयास है। छह वर्ष पहले छात्र बोर्ड परीक्षा से भागते थे अब ऐसा नहीं है, क्योंकि प्रकृति का नैसर्गिक सिद्धांत है कि हम डरकर नहीं भागते हैं बल्कि हम भागते हैं इसलिए डर जाते हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पूर्व सदस्य व प्रधानाचार्य डा. दिनेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से विद्यार्थियों में लक्ष्य निर्धारण व अध्ययन के प्रति गंभीरता का भाव जागृत हुआ है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए विद्यार्थियों का मानस तैयार हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छात्रों को जो भी टिप्स दिए जा रहे हैं विद्यार्थी उसे प्रधानमंत्री का सुझाव व प्रेरणा मानकर आत्मसात कर रहे हैं।