महराजगंज में तेज हवा व बारिश के चलते गिरी धान की फसल, किसान परेशान
भिटौली और सिसवा मुंशी क्षेत्र में आई तेज आंधी से क्षेत्र के कई एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। बारिश के बीच तेज हवा ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों का कहना है कि तेज हवा एवं आंधी से धान की फसल खेतों में बिछ गई है।
महराजगंज: रविवार को अचानक तेज आंधी के साथ हुई बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। तेज आंधी से जहां पककर खेत में तैयार खड़ी धान की फसल जमींदोज हो गई है, वहीं बारिश का पानी लगने से धान के खराब होने की चिता किसानों को सताने लगी है। रविवार को आई आंधी में सदर, निचलौल, नौतनवा व फरेंदा तहसील क्षेत्र के करीब 150 एकड़ से अधिक फसलों के नुकसान होने की सूचना है।
आनंदनगर संवाददाता के अनुसार तेज हवा व बारिश के कारण क्षेत्र के किसानों की धान की फसल गिर गई है। खेत में पहले से ही पानी भरे होने के कारण तैयार फसल की कटाई भी नहीं हो पा रही थी। न तो खेतों में हार्वेस्टर ही उतर पा रहा है । इधर रविवार की सुबह तेज आंधी की वजह से धान की फसल जमींदोज हो गई। जिससे धान की बालियां पानी में गिर गई हैं और फसल अब बर्बाद होने के कगार पर हैं।
भिटौली संवाददाता के अनुसार रविवार को भिटौली और सिसवा मुंशी क्षेत्र में आई तेज आंधी से क्षेत्र के कई एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। बारिश के बीच तेज हवा ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों का कहना है कि तेज हवा एवं आंधी से धान की फसल खेतों में बिछ गई है। पिपरपाती तिवारी के किसान मो. इसहाक अली ने बताया कि एक एकड़ में धान की फसल लगाए थे। परंतु आंधी के साथ आई बारिश से धान की सारी फसल खेत में बिछ गई। जिससे लागत भी पूरी नहीं निकल पाएगी। किसान शैलेंद्र प्रसाद ने बताया कि बेमौसम बारिश ने हमारी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
पकड़ी विशुनपुर के किसान अमरेश्वर पांडेय ने बताया कि आंधी आने से धान की सारी फसल बिछ गई है।। एक तो किसानों को भाव की मार और दूसरी और कुदरत की मार से धान की फसल बर्बाद हो गई। श्यामदेउरवा संवाददाता के तेज आंधी के साथ हुई बारिश में स्थानीय किसान छांगुर चौधरी, संतोष पांडेय, राधेश्याम, रामआसरे, सुरेश आदि किसानों ने कहा की जिस तरह से धान की फसल खेतों में बिछ गई है उसे सहेजने में दोगुनी लागत लगानी पड़ेगी।्र बर्बाद हुए फसल का होगा सर्वे
जिला कृषि अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि किसानों की बर्बाद फसल का सर्वे कराया जाएगा। जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा कराया हुआ है, वह किसान टोल फ्री नंबर 18008896868 पर अपने फसल नुकसान का विवरण दर्ज करा सकते हैं। विवरण दर्ज कराने के बाद टीम गांव पहुंचकर फसलों के नुकसान का सर्वे करेंगी और उसके आधार पर किसानों को बीमा का लाभ मिल सकेगा।