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अनाथ बच्चों को मिला अपनों का सहारा

देवरिया कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में तमाम लोगों ने अपनों को खो दिया। कोरोना ने मासूमो

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 06:20 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 06:20 AM (IST)
अनाथ बच्चों को मिला अपनों का सहारा

देवरिया: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में तमाम लोगों ने अपनों को खो दिया। कोरोना ने मासूमों के सिर से माता-पिता दोनों या किसी एक को सदा के लिए छीन लिया। दुख की इस घड़ी में बच्चों को अपनों का सहारा मिला। किसी को बुआ, मामा, नाना-नानी तो किसी को दादा-दादी, चाचा-चाची का लाड़-प्यार मिल रहा है। राजकीय बाल गृह बालक में कोरोना से अनाथ एक भी बच्चे ने शरण नहीं लिया है।

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कोरोना संक्रमण से नौ बेटियां अनाथ हो गईं। उनके सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया। माता-पिता का साया उठने से वह अकेलापन महसूस कर रही थीं। ऐसे में रिश्तेदारों व स्वजन ने उन्हें सहारा दिया। उनके रहने, खाने की व्यवस्था की। परिवार में बच्चे घुल मिलकर रह रहे हैं।

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केस स्टडी:

भटनी क्षेत्र के एक गांव की बच्ची के माता व पिता दोनों की कोरोना संक्रमित होने से मृत्यु हो गई। वह बुआ के साथ रहती हैं। वह माता-पिता के बारे में पूछने पर रोने लगी। उसकी जुबान लड़खड़ा गई। सिर हिलाकर बताया कि पहले अच्छा नहीं लग रहा था। अब धीरे-धीरे सब ठीक लग रहा है। उसकी जुबां से निकले लफ्ज दर्द बयां कर रहे थे।

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143 बच्चों को उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ

जिले में 143 बच्चों को उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ मिलेगा। इन बच्चों को चार हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से तीन माह का 12 हजार रुपये दिया जाएगा। शासन ने पिछले माह 41 बच्चों के लिए तीन माह का 506760 रुपये उपलब्ध कराया है। शेष बच्चों को भी इस योजना का लाभ देने के लिए इसी माह धन मुहैया कराया जाएगा।

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134 बच्चों के माता या पिता किसी एक का उठा साया

जिले में 134 बच्चे ऐसे हैं, जिनकी माता या पिता दोनों में किसी एक की मृत्यु हुई है। वह घर पर रहते हैं। कुल 143 बच्चों में 62 बालक व 81 बालिकाएं प्रभावित हुई हैं। 42 ऐसे बालक व बालिकाएं चिह्नित किए गए हैं, जिनको लैपटाप या टेबलेट दिया जाएगा। यह कक्षा नौ या इससे अधिक कक्षा में पढ़ते हैं।

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जिले में अनाथ बच्चों की मदद के लिए सरकार आगे आई है। सभी बच्चों की मदद के लिए चार-चार हजार रुपये देने के लिए धन उनके खाते में भेजा गया है। कोरोना के कारण जिले में 134 बच्चे ऐसे हैं, जिनकी माता या पिता दोनों में किसी एक की मृत्यु हुई है। नौ बच्चों के माता-पिता दोनों नहीं हैं। उनका पालन पोषण की जिम्मेदारी उनके रिश्तेदारों व स्वजन ने ली है।

प्रभात कुमार

जिला प्रोबेशन अधिकारी

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कोरोना से अनाथ बच्चों पर एक नजर:

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अनाथ बच्चे:143

माता-पिता दोनों को खोने वाले-09

माता या पिता में एक की मौत वाले बच्चे-134


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