केसरिया का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए: सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केसरिया रंग शालीनता का प्रतीक है, इसकी शालीनता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है।
गोरखपुर (जागरण संवाददाता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों को कड़ी हिदायत दी है जो केसरिया गमछे का सहारा लेकर पुलिस व प्रशासन पर दबाव बनाते हैं। उन्होंने कहा कि केसरिया शालीनता का प्रतीक है। इसकी शालीनता को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है। यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी हाल में केसरिया का दुरुपयोग न हो।
मुख्यमंत्री ने यह नसीहत रविवार सुबह गोरक्षनाथ मंदिर में हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों और अपने संसदीय क्षेत्र प्रतिनिधियों की बैठक में दी। उन्होंने साफ संदेश देने की कोशिश की कि केसरिया झंडा या गमछा के दुरुपयोग को लेकर वह सचेत व संवेदनशील हैं। वह ऐसा करने वालों को बख्शने वाले नहीं। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी भी सौंपी कि जो लोग केसरिया का दुरुपयोग कर रहे हैं, उन्हें चिह्न्ति करें और उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने यह भी हिदायत दी कि कोई भी कार्यकर्ता सरकारी कामकाज में अनावश्यक दखलअंदाजी न करे। अधिकारियों पर दबाव न बनाएं और उनसे शालीनता से पेश आएं। यदि कोई अधिकारी अपना दायित्व ठीक से नहीं निभा रहा तो उच्चाधिकारियों और संगठन के बड़े पदाधिकारियों तक अपनी शिकायत पहुंचाएं।
दूसरी ओर एक समाचार पत्र के कार्यक्रम में योगी ने कहा कि प्रिंट मीडिया के सामने सोशल मीडिया बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। अखबार अपनी विश्वसनीयता कायम रखकर ही इस चुनौती से निपट सकते हैं।
गोमाता व गंगा माता की जय बोलने से कुछ नहीं होगा: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गोरक्षप्रांत मुख्यालय माधवधाम में आयोजित अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोमाता और गंगा माता की जय बोल देने भर से कुछ नहीं होने वाला। हमें उनके संरक्षण और संवर्धन पर ध्यान देना होगा। गंगा स्वरूप आसपास की नदियों को भी अपवित्र होने से बचाना होगा, तभी उनकी अविरलता बनी रहेगी।