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जानें- कौन है यह महिला आइपीएस जिसे सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मुस्लिम लड़कियों का रोल माडल कहा Gorakhpur News

ऐमन ने बेबाकी से कहा कि पुलिस विभाग की कुछ समस्याओं का स्थायी समाधान महिला पुलिस अफसर ही कर सकती हैं। इसके लिए उन्होंने महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों का जिक्र किया।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 04:30 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 08:45 AM (IST)
जानें- कौन है यह महिला आइपीएस जिसे सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मुस्लिम लड़कियों का रोल माडल कहा Gorakhpur News
जानें- कौन है यह महिला आइपीएस जिसे सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मुस्लिम लड़कियों का रोल माडल कहा Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। किरन बेदी जब पहली महिला आइपीएस बनीं तो वह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गईं। हर किसी के मन में बस एक ही सवाल था कि क्या कोई महिला, पुलिस अफसर के कठिन और चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन बखूबी कर सकती है? जैसे-जैसे किरन बेदी की कार्यशैली लोगों के सामने आती गई, लोगों को सवाल का जवाब मिलता गया। उसके बाद तो महिला आइपीएस अफसरों की एक लंबी फेहरिस्त तैयार हो गई और इसे लेकर कोई भी सवाल नेपथ्य में चला गया। 2019 बैच की आइपीएस अफसर गोरखपुर की ऐमन जमाल बीते दिनों आशीर्वाद लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर चर्चा में आईं तो जागरण ने किरन बेदी के समय में उठने वाले सवाल प्रासंगिक बनाकर उनसे बातचीत की। उन्होंने खुलकर अपने विचारों को साझा किया। 

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केरल की महिला आइपीएस मेरिन जोसेफ बनी प्रेरणा

ऐमन ने बेबाकी से कहा कि पुलिस विभाग की कुछ समस्याओं का स्थायी समाधान महिला पुलिस अफसर ही कर सकती हैं। इसके लिए उन्होंने महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों का जिक्र किया। कहा कि महिलाओं और बच्चों की संवेदनाओं और मनोविज्ञान को एक महिला पुलिस अफसर ज्यादा आसानी से समझ सकती हैं। पुलिस सेवा चुनने की वजह पर चर्चा में उन्होंने एक प्रसंग का हवाला दिया। बताया कि केरल कैडर की महिला आइपीएस मेरिन जोसेफ ने खाड़ी देशों में बच्चों की तस्करी पर जो कार्य किया, उससे वह काफी प्रभावित हुईं। वहीं से ऐमन के मन में पुलिस अफसर बनने की इच्छा जाग उठी और सिविल सेवा में उन्होंने आइएएस के बाद आइपीएस को दूसरी वरीयता में रखा।

बेमानी होती जा रही पुलिस की क्रूर छवि

पुलिस विभाग की क्रूर छवि से वह कहां तक इत्तेफाक रखती हैं? इस सवाल पर ऐमन ने कहा कि बीते दिनों में पुलिस ने कई मामलों में अपनी मानवीय संवेदना दिखाई है, ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब यह सवाल पुलिस विभाग के लिए बेमानी हो जाएगा। पुलिस अपनी पुरानी छवि से उबर कर मानवीय संवेदना के नए प्रतिमान गढ़ रही है।

परिवार की भी इच्छा थी कि पुलिस अफसर बनूं

मुस्लिम समाज की रवायतें पुलिस अफसर बनने में कितनी रोड़ा बनीं? इस सवाल के जवाब में ऐमन जमाल ने कहा कि यह समस्या तो कभी उनके सामने आई ही नहीं बल्कि पूरे परिवार ने इसे लेकर हौसला अफजाई ही की। पूरे परिवार की इच्छा थी कि मैं आइएएस या आइपीएस अफसर बनूं।

मुख्यमंत्री योगी से मिलकर बढ़ा हौसला

ऐमन ने बताया कि बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई तो उन्होंने पुलिस सेवा चुनने को लेकर उनकी खूब तारीफ की। योगी जी के एक-एक शब्द ऐमन का हौसला बढ़ा रहे थे। मुख्यमंत्री का वह वाक्य ऐमन के लिए प्रेरणा बन गया कि जिसमें उन्होंने ऐमन को उनके समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।

गोरखनाथ मंदिर में जाकर योगी से मिलीं

ऐमन जमाल अपने पिता के साथ बीते दिनों गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी आदित्‍यनाथ से मिलने गई थीं। वहां योगी ने ने क‍हा था कि मुस्लिम लड़कियों के लिए रोल माडल हैं ऐमन जमाल। ऐमन जमाल अपने चाचा, राशिद कमाल सामानी एडवोकेट, प्रबंधक एमएसआई इंटर कालेज के साथ सीएम के न्योते पर गोरखनाथ मंदिर पहुंची थीं। ऐमन खूनीपुर निवासी हसन जमाल उर्फ बबुआ भाई की पुत्री हैं।


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