एक कब्जा हटाया, दूसरे के लिए हलचल तक नहीं Gorakhpur News
नगर निगम ने कान्हा उपवन की जमीन पर से कब्जा तो हटा दिया लेकिन बगल की पोखरे की 75 डिसमिल जमीन का अभी तक सीमांकन तक नहीं हो सका है।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम प्रशासन पर अब दो तरह की नीति अपनाने के आरोप लग रहे हैं। नगर निगम ने कान्हा उपवन की जमीन पर से कब्जा तो हटा दिया, लेकिन बगल की पोखरे की 75 डिसमिल जमीन का अभी तक सीमांकन तक नहीं हो सका है। यह कब्जा के खिलाफ कार्रवाई में दो तरह की ही नीति अपनाई जा रही है।
पार्षद के कब्जे से जमीन वापस ली, पोखरी से कब्जा हटाने का इंतजार
बीते 15 अक्टूबर को महेवा वार्ड स्थित कान्हा उपवन की एक एकड़ से ज्यादा भूमि पर कब्जा का मामला उठा था। नगर निगम कार्यकारिणी के उपसभापति बृजेश सिंह छोटू ने नगर आयुक्त को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। अगले ही दिन राजस्व विभाग की टीम ने कान्हा उपवन की जमीन का सीमांकन किया था। 30 अक्टूबर को नगर निगम की टीम ने कान्हा उपवन की जमीन पर महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुशवाहा का कब्जा गिरा दिया। तभी से नगर निगम की पोखरे की जमीन पर हुए कब्जे को हटाने का इंतजार हो रहा है।
पार्षद पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं
नगर निगम की भूमि पर कब्जा करने वालों का कब्जा गिराने के साथ ही निगम प्रशासन कार्रवाई में हुआ खर्च भी वसूलता है, लेकिन पार्षद का कब्जा गिराने के मामले में अब तक कुछ नहीं हुआ। उससे किसी तरह की कोई वसूली नहीं की जा रही है।
पार्षद ने कहा-मुख्यमंत्री करेंगे बात
महेवा वार्ड के पार्षद रामभुआल कुसवाहा का कहना है कि कोर्ट में मामला होने के बाद भी नगर निगम ने निर्माण गिरा दिया। अब मैं भी देख रहा हूं कि पोखरे की जमीन का कब्जा कब हटाया जा रहा है। मामले को मुख्यमंत्री के सामने भी रखूंगा।
कब्जा करने वाला बख्शा नहीं जाएगा
अपर नगर आयुक्त अनिल सिंह ने इस संबंध में कहा है कि नगर निगम की सभी संपत्तियों से कब्जा हटाया जाएगा। पारदर्शी तरीके से सभी कार्य हो रहे हैं। पोखरे की जमीन से जल्द कब्जा हटाया जाएगा। कब्जा करने वाला कोई नहीं बच पाएगा।