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ओलंप‍ियन प्रियंका गोस्‍वामी ने कहा, अंतिम क्षणों में हो गई थी नर्वस

ओलंप‍ियन प्रियंका गोस्वामी को टोक्यो ओलंपिक में 20 किमी वाक (तेज चाल) स्पर्धा में पदक न जीत पाने का मलाल है। वह कहती हैं एक तो प्रतियोगिता के लायक मौसम अनुकूल नहीं था। ऊपर से वह अंतिम क्षणों में नर्वस हो गईं। जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 01:05 PM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 01:05 PM (IST)
ओलंप‍ियन प्रियंका गोस्‍वामी ने कहा, अंतिम क्षणों में हो गई थी नर्वस
टोक्यो ओलंपिक में 20 किमी वाक करने वाली प्रियंका गोस्वामी। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ओलंप‍ियन प्रियंका गोस्वामी को टोक्यो ओलंपिक में 20 किमी वाक (तेज चाल) स्पर्धा में पदक न जीत पाने का मलाल है। वह कहती हैं, एक तो प्रतियोगिता के लायक मौसम अनुकूल नहीं था। ऊपर से वह अंतिम क्षणों में नर्वस हो गईं। जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। हालांकि, उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिला है। जिसका लाभ आने वाले गेम्स में मिलेगा। फिलहाल वह अगले साल होने वाले कामनवेल्थ और एशियन गेम्स तथा वल्र्ड चैंपियनशिप की तैयारी में जुट गई हैं।

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टोक्यो ओलंप‍ियन में पदक न जीत पाने का मलाल, एशियन व कामनवेल्थ गेम की तैयारी में जुटी

गोरखपुर पहुंची पूर्वोत्तर रेलवे की एथलीट और नेशनल चैंपियन प्रियंका गोस्वामी दैनिक जागरण से अपने अनुभवों को साझा कर रही थीं। बातचीत में प्रियंका ने बताया कि फाइनल स्पर्धा में विश्वभर के 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। 1 घंटे 32 मिनट एवं 36 सेकेंड में 20 किमी की दूरी तय कर 17वां स्थान हासिल किया। जबकि, रांची में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में महज 1 घंटा 28 मिनट एवं 45 सेकेंड में ही यह दूरी तय कर ली थी। मेरठ की माधवपुरम निवासी प्रियंका ने भविष्य में बेहतर प्रदर्शन की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कोच विनोद पोखरियाल के प्रति आभार जताया। जो पूर्वोत्तर और भारतीय रेलवे के एथलेटिक कोच हैं। वह दिल्ली में प्रधानमंत्री के हौसलाफजाई पर भी गदगद दिखीं।

पीएम मोदी ने बढ़ाया उत्‍साह

बताया कि प्रधानमंत्री ने भारतीय टीम के साथ उसका भी उत्साह बढ़ाया और भविष्य में और बेहतर करने की शुभकामनाएं दीं। वर्तमान में इज्जतनगर कार्मिक विभाग में लिपिक के पद पर तैनात प्रियंका को बचपन से ही खेल में रुचि रही है। अगर वह एथलीट नहीं रहती तो बेहतर जिम्नास्ट बन गई होती। लखनऊ हास्टल में जिम्नास्टिक में उसका प्रवेश भी हो गया था। प्रवेश पाने के लिए वर्ष 2007- 08 में गोरखपुर स्थित स्पोर्ट्स कालेज में उसने एक माह का कैंप भी किया था।

पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक व नरसा के संरक्षक ने किया स्वागत

गोरखपुर पहुंचने पर पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक व पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ नरसा के संरक्षक विनय कुमार त्रिपाठी ने ओलंपि‍यन प्रियंका का स्वागत किया। साथ ही उज्जवल भविष्य की कामना भी की। इस मौके पर नरसा के महासचिव पंकज कुमार स‍िंह, अध्यक्ष योगेश मोहन, जीएम के सचिव डीके खरे, क्रास कंट्री रेस के सचिव अमित कुमार श्रीवास्तव, सहायक क्रीड़ाधिकारी व भारतीय कुश्ती टीम के कोच चन्द्र विजय स‍िंह आदि मौजूद थे।


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