पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर हड़ताल जारी, स्कूल कालेज बंद
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षक एवं कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। हड़ताल से जहां स्कूल कालेज बंद हैं वहीं सरकारी कार्यालय भी खली हैं। हड़ताल से न पढ़ाई हो पा रही है और न ही सरकारी कार्यालयों में कोई काम हो पा रहा है।
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद, उत्तर प्रदेश पीसीएस संगठन और उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के आह्वान पर पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए डिग्री कॉलेजों में तीसरे दिन भी हड़ताल रही।
सेंट एंड्रयूज कॉलेज में शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र कुमार, मंत्री डॉ. सुशील राय, उपाध्यक्ष डॉ. सीपी गुप्ता, डॉ. दीपक सिंह, कर्मचारी संघ के मंत्री सुरेंद्र कुमार, हेमंत चार्ल्स आदि ने मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। सभी ने मांग रखी कि सरकार को नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू करनी चाहिए। डीएवी पीजी कॉलेज में भी शिक्षक व कर्मचारी हड़ताल पर रहे और मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।
उधर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने भी पुरानी पेंशन की मांग को लेकर जुलूस निकाला। वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन कर्मचारियों के हित में है। सरकार इसे लागू करे। साथ ही उपजिलाधिकारी अरुण कुमार ¨सह को राज्यपाल को संबोधित पत्रक सौंपा।वीएसएवी इंटर कालेज, आनंद विद्यापीठ इंटर कालेज ककरही, ब्लाक कार्यालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने वीएसएवी इंटर कालेज के मैदान से जुलूस निकाला। जुलूस पश्चिमी चौराहा, तहसील चौराहा होते हुए तहसील मुख्यालय पर पहुंचा। जुलूस में शामिल शिक्षक व कर्मचारी सरकार के विरोध व अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे।
इसी तरह श्रीलल्लन द्विवेदी जनता इंटर कालेज ब्रह्मापुर में भी शिक्षण कार्य का शिक्षकों ने बहिष्कार किया। पंडित जवाहर लाल नेहरु इंटर कालेज के शिक्षक व कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी है। शिक्षक पुरानी पेंशन बहाल करो के नारे लगाते हुए सड़क पर उतरे तथा प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बैठक कर शासन की पेंशन नीति को कर्मचारी विरोधी बताया। ¨हदी प्रवक्ता भरत मिलन सिंह ने कहा कि संविधान का अर्थ सम विधान होता है। विधायक व सांसद यदि पेंशन के हकदार हैं तो कर्मचारी तो 62 वर्ष की अवस्था तक सेवा करता है तो उसे पेंशन से वंचित करना कहां का न्याय है।