World Rabies Day 2020: आधी हो गई कुत्ताें के काटने से परेशान लोगों की संख्या
लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद थे। खाने को न मिलने से कुत्ते ज्यादा आक्रामक हो गए थे वे लोगों को काट लेते थे। बाजार खुलने से उनकी आक्रामकता में कमी आई है। इसलिए ऐसे मरीजों की संख्या भी घटी है।
गोरखपुर, जेएनएन। विश्व एंटी रैबीज दिवस सोमवार को है। रैबीज से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। जिला अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध है। लॉकडाउन में केवल जिला अस्पताल में ही यह इंजेक्शन लग रहा था। उस समय प्रतिदन ऐसे मरीजों की संख्या 350 से 400 तक थी, जो अब घटकर 150 से 200 तक हो गई है।
लॉकडाउन के दौरान बाजार बंद थे। खाने को न मिलने से कुत्ते ज्यादा आक्रामक हो गए थे, वे लोगों को काट लेते थे। बाजार खुलने से उनकी आक्रामकता में कमी आई है। इसलिए ऐसे मरीजों की संख्या भी घटी है। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध हैं। - डॉ. एसी श्रीवास्तव, एसआइसी, जिला अस्पताल
लॉकडाउन में स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं लगाए जा रहे थे। अब शुरू हो गए हैं। सभी जगह पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई। किसी भी व्यक्ति को यदि कुत्ता काटता है तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवा सकता है। - डॉ. श्रीकांत तिवारी, सीएमओ
बचाव के उपाय
छुट्टा कुत्तों या जानवरों के संपर्क से बचना चाहिए।
घरेलू व घुमंतू कुत्तों का टीकाकरण अवश्य किया जाना चाहिए।
कुत्ता पकड़ने वालों, रैबीज रोगियों या पशुओं के सीधे संपर्क में न आएं।
कुत्तों के काटने पर एंटी रैबीज वैक्सीन के लिए तुरंत चिकित्सक से परामर्श करें।