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Gorakhpur Vaccination: गोरखपुर में अब रजिस्ट्रेशन के बाद ही लगेगा टीका, टीकाकरण केंद्रों पर पंजीकरण बंद

Gorakhpur Vaccination अब 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को भी पंजीकरण कराकर नियत तिथि समय व टीकाकरण केंद्र पर जाना होगा वहीं टीका लगाया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि अभी तक 45 पार लोगों का रजिस्ट्रेशन टीकाकरण केंद्रों पर भी हो जाता था।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 04:29 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 04:29 PM (IST)
Gorakhpur Vaccination: गोरखपुर में अब रजिस्ट्रेशन के बाद ही लगेगा टीका, टीकाकरण केंद्रों पर पंजीकरण बंद
टीकाकरण के संबंध मेंं फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। अब 45 पार लोगों को भी बिना रजिस्ट्रेशन कोविड का टीका नहीं लगाया जाएगा। यह व्यवस्था 10 मई से लागू कर दी जाएगी। जो लोग पहली डोज लगवा चुके हैं, उन्हें दूसरी डोज के लिए पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है। उन्हें केवल कार्ड लेकर जाना होगा और टीका लगा दिया जाएगा।

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अब 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को भी पंजीकरण कराकर नियत तिथि, समय व टीकाकरण केंद्र पर जाना होगा, वहीं टीका लगाया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि अभी तक 45 पार लोगों का रजिस्ट्रेशन टीकाकरण केंद्रों पर भी हो जाता था। लेकिन शासन ने 10 मई से इसमें बदलाव कर दिया है। यह व्यवस्था पहली डोज वालों के लिए ही की गई है। अब सभी को कोविड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर ही टीकाकरण केंद्रों पर जाना होगा। उन्होंने बताया कि कोविन पोर्टल या एप पर मोबाइल से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इस कार्य में आशा व एएनएम की मदद ली जा सकती है।

पहचान पत्र नहीं होने पर भी लगेगा टीका

अब ऐसे लोगों को भी कोरोना का टीका लग सकेगा, जिनके पास कोई पहचान पत्र नहीं है। जिला प्रशासन ऐसे लाभार्थियों की खोज कराकर उनका पंजीकरण कराएगा और इनके लिए अलग टीकाकरण सत्र आयोजित किया जाएगा। इस श्रेणी में बुजुर्ग, साधु-संत, जेल में बंद कैदी, मानसिक अस्पतालों में भर्ती मरीज, वृद्धाश्रम के लोग, भिखारी, पुनर्वास केंद्रों में रह रहे मरीजों को शामिल किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोई पहचान पत्र न रखने वाले लोगों का टीकाकरण करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। ऐसे लोगों को ढूंढने का काम जिले की टास्क फोर्स करेगी। वह अल्पसंख्यक विभाग, सामाजिक न्याय विभाग व समाज कल्याण विभाग के सहयोग से ऐसे लोगों की पहचान करेगी। इन लोगों का कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराया जाएगा जिसमें लाभार्थी का नाम, जन्म का साल और लिंग दर्ज कराया जाएगा। मोबाइल नंबर और पहचान पत्र की अनिवार्यता नहीं होगी।


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