अब ग्राम पंचायतों की कार्यशैली में दिखेगा बदलाव
पंचायत सहायकों को किया जाएगा प्रशिक्षित
संतकबीर नगर: जल्द ही ग्राम पंचायतों की कार्यशैली बदली हुई दिखेगी। पंचायत सचिव के सहयोगी के रूप में कार्य करने वाले पंचायत सहायक कल्याणकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन में मददगार बनेंगे। लोगों का काम समय से होगा। विकास कार्य तेज होंगे। इसके लिए पंचायत सहायकों को लखनऊ में जल्द प्रशिक्षित किया जाएगा। पंचायतीराज अधिनियम सहित अन्य बिंदुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।
जनपद में कुल 754 ग्राम पंचायतें हैं। इसमें से 735 में एक-एक पंचायत सहायक का चयन हो गया है। 19 ग्राम पंचायतों में यह पद रिक्त है। लोहिया भवन, लखनऊ में पंचायत सहायकों को 13 दिसंबर से 14 दिसंबर तथा 15 दिसंबर से 16 दिसंबर 2021 तक दो बैच में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रथम दिन सामान्य व्याख्यात्मक प्रशिक्षण तथा दूसरे दिन तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम बैच में बघौली के 80, हैसर बाजार के 80 व नाथनगर के 21 यानी इन तीन ब्लाकों के 181 पंचायत सहायक 13 से 14 दिसंबर तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। दूसरे बैच में नाथनगर के 59, पौली के 54 व सांथा के 69 यानी इन तीन ब्लाकों के 182 पंचायत सहायक 15 से 16 दिसंबर तक लखनऊ में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस प्रकार दो बैच में जनपद के कुल 363 पंचायत सहायक प्रशिक्षित किए जाएंगे। शासन से तिथि तय होने पर शेष 372 पंचायत सहायकों को भी प्रशिक्षण मिलेगा। ग्रामीणों की लंबे समय से शिकायत थी कि उनके ग्राम पंचायत में पंचायत सचिव नहीं आते। ब्लाक मुख्यालय में प्रधान को बुलाकर अथवा दूरभाष पर संपर्क करके ग्राम पंचायत का काम निपटाते हैं। मनमाने तरीके से लाभार्थियों का चयन कर लिया जाता है। इसकी वजह से तमाम गरीब कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो जाते हैं। 754 में से 735 ग्रापं में चयनित हुए हैं पंचायत सहायक
ब्लाक: कुल ग्रापं: पंचायत सहायक: पद रिक्त ग्रापं
बघौली: 81 : 80: 01
बेलहरकलां : 66 : 63 : 03
हैसर बाजार : 86 : 85 : 01
खलीलाबाद : 97: 96: 01
मेंहदावल : 71 : 67: 04
नाथनगर : 103 : 100 : 03
पौली : 56 : 53: 03
सांथा : 81 : 80: 01
सेमरियावां : 113 : 111 : 02
योग : 754 : 735 : 19 पंचायत सहायकों को लखनऊ में प्रशिक्षित किया जाएगा। उनको पंचायतीराज अधिनियम सहित अन्य बिंदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इससे गांवों और गरीबों का भला होगा।
राजेंद्र प्रसाद, प्रभारी डीपीआरओ