Coronavirus Hotspots in gorakhpur: बीआरडी में अब दूसरे जिले के कोरोना लक्षण वाले मरीज ही भर्ती होंगे Gorakhpur News
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज में उन मरीज को भर्ती नहीं किया जाएगा जिसमें कोरोना का लक्षण नहीं है। भले ही पाजिटिव क्यों न हो।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि अब मंडल के दूसरे जिलों के ऐसे कोरोना संक्रमितों को यहां भर्ती नहीं किया जाएगा, जिनमें कोई लक्षण न हों। भले ही संबंधित मरीज पाजिटिव क्यों न हो। दूसरे जिलों के बिना कोरोना लक्षण वाले मरीजों को अब संबंधित जिले में ही भर्ती कराया जाएगा। डाक्टरों के अनुसार पाजिटिव रिपोर्ट आना और लक्षण होना दोनो अलग-अलग हैं। यह कोई जरूरी नहीं है कि जिसकी जांच में कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आई है उसमें कोरोना का लक्षण भी हो। 80 फीसद ऐसे कोरोना पाजिटिव हैं जिनमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखता है। इसलिए दोनो का अलग-अलग अर्थ है।
हर जिले में बनाए गए हैं कोविड 19 लेवल अस्पताल
हर जिले में कोविड 19 लेवल- 1 अस्पताल बनाए गए हैं। बिना लक्षण वाले मरीज वहीं भर्ती होंगे। उनकी तबीयत खराब होने और लक्षण दिखने पर उन्हें यहां बने लेवल टू व थ्री अस्पताल बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर इलाज किया जाएगा।
अब तक यहां पर थी ऐसी व्यवस्था
अभी तक गोरखपुर मंडल के जिलों में किसी की भी कोरोना संक्रमण रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज भेज दिया जाता था। अब ऐसा नहीं होगा। नई व्यवस्था के तहत अब उन्हें अपने जिले में बने कोविड 19 लेवल-1 अस्पताल में क्वारंटाइन किया जाएगा। शासन के निर्देश पर हर जिले में लेवल-1 अस्पताल बनाए गए हैं।
मौत होने पर संबंधित जिले के अधिकारी कराएंगे अंतिम संस्कार
गोरखपुर के किसी अस्पताल में दूसरे जिले के कोरोना संक्रमित की मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार संबंधित जिले के अधिकारी यहां आकर कराएंगे। अभी तक दूसरे जिलों के संक्रमित की भी मौत होने पर गोरखपुर के स्वास्थ्य विभाग व पुलिस टीम की मौजूदगी में राजघाट पर अंतिम संस्कार करा दिया जाता था। अब भी शव जिले के बाहर नहीं भेजा जाएगा, संबंधित जिले की टीम शव का अंतिम संस्कार यहीं राजघाट पर कराएगी।
तबीयत खराब होने पर ही होंगे बीआरडी में भर्ती
सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि दूसरे जिलों के बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों को अब वहीं के कोविड 19 लेवल-1 अस्पताल में क्वारंटाइन कराया जाएगा। तबीयत खराब होने पर ही उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाएगा। शव के अंतिम संस्कार के लिए भी संबंधित जिले की टीम यहां आएगी।