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अब मोबाइल फोन में होगी एमएमएमयूटी की लाइब्रेरी, ई-लाइब्रेरी में एक लाख से ज्यादा पुस्तकें

कोरोना काल के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षकों को डिजिटल लाइब्रेरी की आवश्यकता महसूस हुई जिससे विद्यार्थियों को पुस्तकों के अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय परिसर में आने की जरूरत न पड़े। इसे डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में विकसित करने का फैसला किया गया।

By Satish chand shuklaEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 06:21 PM (IST)
गोरखपुर में एमएमएमयूटी मुख्‍य द्वार का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अब विश्वविद्यालय में मौजूद किताबों के अध्ययन के लिए लाइब्रेरी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब वह उन किताबों को अपने मोबाइल में भी पढ़ सकेंगे। विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को ई-लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है। 'ज्ञान सिंधु नाम से विश्वविद्यालय ने अपनी ई-लाइब्रेरी तैयार भी कर ली है। डिजिटल मोड में विकसित की गई इस लाइब्रेरी में एक लाख से ज्यादा पुस्तकों, जर्नल्स और शोध-पत्रों को अपलोड किया जा चुका है।

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कोरोना काल के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षकों को डिजिटल लाइब्रेरी की आवश्यकता महसूस हुई, जिससे विद्यार्थियों को पुस्तकों के अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय परिसर में आने की जरूरत न पड़े। इसी क्रम में विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी को डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में विकसित करने का फैसला किया गया। यह लाइब्रेरी अब तैयार हो चुकी है। विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन देवेंद्र  मणि पांडेय ने बताया कि ई-लाइब्रेरी में विश्वविद्यालय की केंद्रीय लाइब्रेरी की किताबों की उपलब्धता के साथ-साथ विश्व के कई महत्वपूर्ण लाइब्रेरियों का प्लेटफार्म भी मौजूद है, जिसे विद्यार्थी एक्सेस कर सकते हैं। इसके अलावा इस लाइब्रेरी के माध्यम से शिक्षकों के वीडियो लेक्चर भी विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसे वह जब चाहे सुन सकेंगे। ई-लाइब्रेरी की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को केंद्रीय लाइब्रेरी की ओर से लागिन और पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का मिलेगा लिंक

प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी से भारत सरकार की नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का लिंक भी जोड़ा गया है। इस लिंक पर भी एक लाख से अधिक पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध है। इसके अलावा शोधगंगा, अमेरिकन सोसाइटी आफ मेकेनिकल इंजीनियङ्क्षरग, अमेरिकन सोसाइटी आफ सिविल इंजीनियङ्क्षरग,स्प्रींगर, पर्सन, वैली, इब्स्को आदि के ई-बुक और ई-जर्नल्स को पढऩे और डाउनलोड करने की सुविधा विश्वविद्यालय की ई-लाइब्रेरी के माध्यम से मिलेगी।

ई-लाइब्रेरी में मिलने वाली मुख्य सुविधाएं

लाइब्रेरी में उपलब्ध पाठ्य सामग्री को डाउनलोड किया जा सकेगा।

महत्वपूर्ण पैराग्राफ को हाइलाइट कर संरक्षित किया जा सकेगा। उसे पढ़ा और सुना जा सकेगा।

संरक्षित पैराग्राफ को अन्य विद्यार्थियों के साथ साझा भी किया जा सकेगा।

विवि की ई-लाइब्रेरी में विद्यार्थियों को अपनी ई-लाइब्रेरी बनाने की सुविधा भी मिलेगी।

ई-लाइब्रेरी की सुविधा का लाभ कंप्यूटर, लैपटाप, टैबलेट और मोबाइल सभी पर उठाया जा सकेगा।

अभ्युदय योजना के लाभार्थियों को भी मिलेगा ई-लाइब्रेरी का लाभ

प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी ई-लाइब्रेरी का लाभ मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभार्थियों को भी देने का फैसला किया है। योजना के लिए पंजीकृत प्रतियोगी छात्रों को लाइब्रेरी का लागिन व पासवर्ड दिया जाएगा, जिससे वह इस सुविधा का लाभ उठा सकें। एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के अनुसार 'ज्ञान सिंधु नाम से विश्वविद्यालय की ई-लाइब्रेरी विकसित कर ली गई है। पूरी कोशिश है कि इस लाइब्रेरी में विद्यार्थियों की जरूरत की हर पाठ्य सामग्री उपलब्ध हो। जल्द इसका लोकार्पण कराया जाएगा। लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया गया है। 


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