गोरखपुर में वेटेनरी कॉलेज के लिए अब दूसरी जगह जमीन की तलाश Gorakhpur News
चरगांवा में कॉलेज के लिए सिर्फ 30.66 एकड़ भूमि है जबकि कॉलेज के लिए करीब 45 एकड़ भूमि चाहिए। 30.66 एकड़ में सिर्फ कॉलेज की बिल्डिंग बन सकती है।
गोरखपुर, जेएनएन। चरगांवा में बनने वाला वेटेनरी कालेज दूसरे स्थान पर खुल सकता है। वजह वहां कॉलेज के लिए भूमि कम पड़ गई। उसके लिए अब दूसरे स्थान पर भूमि तलाश की जा रही है। गत 21 नवंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान यूनिवर्सिटी के डीएन एसके गर्ग ने चरगांवा में आरक्षित भूमि का अवलोकन किया था। उनकी रिपोर्ट विभाग के पास आ चुकी है। इसमें कालेज के लिए भूमि कम बताई गई है।
चरगांवा में इसलिए नहीं खुल पाया वेटेनरी कालेज
चरगांवा में कॉलेज के लिए सिर्फ 30.66 एकड़ भूमि है, जबकि कॉलेज के लिए करीब 45 एकड़ भूमि चाहिए। 30.66 एकड़ में सिर्फ कॉलेज की बिल्डिंग बन सकती है। खेल मैदान व चारागाह का निर्माण नहीं हो सकता है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने भूमि के लिए एसडीएम सदर से संपर्क साधा। कानूनगो व राजस्व के अन्य कई कर्मचारियों के साथ मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.देवेन्द्र कुमार शर्मा ने नौसढ़ के पास भूमि भी देखेंगे। गत 21 नवंबर को पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय के डीन ने कॉलेज के लिए भूमि देखी थी। कॉलेज के लिए मौजूद 30.66 एकड़ भूमि से सिर्फ कॉलेज का बिल्डिंग बन सकता है।
प्रदेश का दूसरा वेटेरिनरी कॉलेज होगा गोरखपुर
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी का कहना है कि कॉलेज के लिए दूसरे स्थानों पर भी भूमि देखी जा रही है। नौसढ़ में भी भूमि देखने के लिए लेखपाल ने शुक्रवार सुबह नौ बजे का समय दिया है। प्रदेश में अभी सिर्फ एक वेटेरिनरी कालेज है। गोरखपुर में निर्माण के बाद यह प्रदेश का दूसरा वेटेरनरी कॉलेज होगा।