पूर्वोत्तर रेलवे ने कर दिया कमाल, महज 10 मिनट में पानी से भर जाएगी ट्रेनों की सभी बोगियां Gorakhpur News
रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर 40 हार्स पॉवर के तीन बूस्टर पंप लगाए जा रहे हैं। पानी की आवश्यकता अनुसार दूसरेे एवं तीसरेे पंप स्वतः चालू होते रहेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे स्टेशनों पर अब बोगियों में पानी भरने के नाम पर ट्रेनें विलंबित नहीं होंगी। महज 5 से अधिकतम दस मिनट में आसानी से ट्रेन की सभी बोगियों में पानी भर जाएगा। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। गोरखपुर में सिस्टम लगाने का कार्य अंतिम चरण में है। जल्द ही यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
ऐसी हो रही व्यवस्था
क्विक वाटरिंग सिस्टम के तहत चिन्हित रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर 40 हार्स पॉवर के तीन बूस्टर पंप लगाए जा रहे हैं। प्रत्येक बूस्टर पंप के पानी का फ्लो रेट 200 मीटर क्यूब प्रति घंटा होगा। तीनों पंप ऑटोमेटिक ऑपरेशन वाले होंगे। पानी की आवश्यकता अनुसार दूसरेे एवं तीसरेे पंप स्वतः चालू होते रहेंगे। बूस्टर पंपों के चालू होने का क्रम ऑटोमेटिक कंट्रोल सिस्टम द्वारा संचालित होगा। सभी पंप रिमोट के जरिए संचालित किए जाएंगे। स्पीड कंट्रोल तथा ऊर्जा की बचत के लिए वैरिएबल फ्लो डिवाइस भी लगा रहेगा।
पहले लगता था ज्यादा समय
दरअसल, रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की बोगियों में पानी भरने में कम से कम 20 मिनट का समय लग जाता है। ऐसे में अक्सर गाड़ियां लेट हो जाती हैं। लेट न हो इसके लिए बोगियों में पानी समाप्त होने पर भी रेलवे प्रशासन ट्रेनों को स्टेशनों पर खड़ा नहीं करता। पानी को लेकर यात्रियों की परेशानियां बढ़ जाती है। शिकायतों के चलते रेलवे की छवि खराब होती है।
प्रथम चरण में सात स्टेशनों पर लगाए जाने हैं क्विक वाटरिंग सिस्टम
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार प्रथम चरण में मुख्यालय गोरखपुर सहित कुल सात प्रमुख स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम लगाए जाने की योजना है। लखनऊ मंडल के ऐशबाग जंक्शन, वाराणसी मंडल के मंडुआडीह, छपरा और मऊ तथा इज्जतनगर मंडल के फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशनों पर यह सिस्टम लगाया जा रहा है। जल्द ही लालकुआं स्टेशन पर भी सिस्टम लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा।