Lockdown में नहीं जमा हुए बिजली के बिल, 45 फीसद घटा राजस्व Gorakhpur News
अप्रैल एवं मई 2019 की तुलना में इस साल शहर में बिजली की खपत 30 फीसद कम दर्ज की गई। वहीं पिछले साल के मुकाबले करीब 45 फीसद राजस्व घट गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहने के कारण बिजली की खपत में काफी कमी आई है। खपत कम होने के साथ ही उपभोक्ताओं ने बिल जमा करने में भी रुचि कम दिखाई, जिससे बिजली निगम का राजस्व पिछले साल के मुकाबले करीब 45 फीसद घट गया है। अब निगम के अधिकारी उपभोक्ताओं को जागरूक करने में लगे हैं। उन्हें यह समझाया जा रहा है कि बिल नहीं जमा करेंगे तो भविष्य में निर्बाध आपूर्ति में समस्या हो सकती है।
बिजली खपत 30 फीसद कम
अप्रैल एवं मई 2019 की तुलना में इस साल शहर में बिजली की खपत 30 फीसद कम दर्ज की गई। उपभोक्ता बिल जमा कर सकें, इसके लिए कैश काउंटर खोले गए थे, उन्हें ऑनलाइन भुगतान का भी विकल्प दिया गया था लेकिन बड़ी संख्या में लोगों ने बिजल जमा करने में रुचि नहीं दिखाई। बिजली निगम को इस बात का निर्देश है कि जून महीने तक किसी पर सख्ती न की जाए। उन्हें बताया जा रहा है कि एडवांस भुगतान के बाद ही बिजली कंपनियां बिजली देती हैं, ऐसे में यदि बिल जमा नहीं किया गया तो भविष्य में समस्या हो सकती है।
बिजली बिल जमा न करने पर होगी परेशानी
गोरखपुर शहर के अधीक्षण अभियंता ई. यूसी वर्मा का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान दो महीने में बिजली की खपत में कमी आई है। उपभोक्ताओं की ओर से बिल जमा करने में रुचि कम दिखाई गई है, जिससे 45 फीसद राजस्व भी घटा है। बिल नहीं जमा हुआ तो आने वाले समय में परेशानी हो सकती है।
30 घंटे बिना बिजली के रहे 200 घरों के लोग
मोहरीपुर क्षेत्र के 200 घरों में लोग बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। 30 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप होनेे के कारण लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ा। नुरुद्दीन चक में 100 केवीए का ट्रांसफार्मर पिछले 15 दिनों में दो बार जल चुका है। इस क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लो वोल्टेज की समस्या भी बनी हुई है। नुरुद्दीनचक में लगे 100 केवीए के ट्रांसफार्मर से 200 घरों में बिजली की आपूर्ति होती है। इस कारण ट्रांसफार्मर पर क्षमता से अधिक लोड रहता है। पिछले 15 दिनों में ट्रांसफार्मर दो बार जल चुका है। स्थानीय निवासियों के अनुसार बुधवार से ही वोल्टेज काफी कम आ रहा है। ट्रांसफार्मर जलने की सूचना पर उसे बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
बढ़ेगी ट्रांसफार्मर की क्षमता
समस्या को देखते हुए बिजली निगम ने ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया है। अधिशासी अभियंता के प्रस्ताव पर गोरखपुर ग्रामीण प्रथम के अधीक्षण अभियंता राजीव चतुर्वेदी ने 250 केवीए के ट्रांसफार्मर की मंजूरी दे दी है।